नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा पहला विमान
15 दिसंबर तक पूरा होगा विमानों की उडानों का ट्रायल
इंडिगों के विमान को वाटर कैनन से दी गई सलामी
LP Live, Noida: उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। सोमवार को एयरपोर्ट के रनवे पर पहली बार उतरे इंडिगों का विमान उतरते देखा गया, जहां वाटर कैनन से विमान को सलामी दी गई। इस मौके पर आयोजित समारोह में नागरिक उड्डयन मंत्री और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश के लोगो के लिए यह खुशबरी सोमवार को उस समय सामने आई, जब नोएडा के जेवर हवाई अड्डे पर पहली बार इंडिगो के विमान का उतरते देखा गया। विमान के रनवे पर उतरते ही उसे वाटर कैनन से सलामी दी गई। यहां आयोजित एक समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और अनेक अधिकारी भी मौजूद थे। नोएडा एयरपोर्ट के नोडल ऑफिसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि 15 दिसंबर तक इसका ट्रायल पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद इस एयरपोर्ट के संचालन के लिए एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, डीजीसीए, एनआईएएल, और उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार को यह पहला ट्रायल रन हुआ। इस ट्रायल रन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विमान रनवे से दौड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस एयरपोर्ट पर ट्रेनिंग रूम का नाम स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी के नाम पर रखा गया है। वो भारतीय वायुसेना की फाइटर पायलट हैं।
यूपी का पांचवां इंटरनेशनल एयरपोर्ट
जेवर यूपी का पांचवां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है। यूपी में इसके अलावा लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या व कुशीनगर भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश नागरिक उड्ड्यन के क्षेत्र में भी नित नई उपलब्धि हासिल कर रहा है। यहां 3.9 किमी लंबा और 60 मीटर चौड़ा रनवे का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अगले साल 2025 के मार्च महीने के अंतिम सप्ताह तक अन्य सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। उसके बाद अप्रैल 2025 से यहां कॉमर्शियल फ्लाइट्स शुरू कर दी जाएंगी।
पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास
नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद 25 नवंबर 2021 को आधारशिला रखी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार यहां पहुंचकर समय-समय पर निरीक्षण किया और गुणवत्तापूर्ण कार्य के निर्देश दिए। इस एयरपोर्ट की वजह से गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा समेत आसपास के क्षेत्रों में विकास के नए अवसर खुलेंगे।