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दिल्ली शराब नीति से सरकार को दो हजार करोड़ का घाटा: कैग

सदन में कैग रिपोर्ट पेश होने से आप व केजरीवाल की बढ़ेगी मुश्किलें

रेखा गुप्ता सरकार विभिन्न विभागों से जुड़ी कैग रिपोर्ट करेंगी पेश
LP Live, New Delhi: दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे दिन उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण के बाद दिल्ली सरकार ने शराब नीति से जुड़ी कैग रिपोर्ट को पेश कर दिया है। दिल्ली में लंबित पड़ी 14 कैग रिपोर्ट में से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शराब नीति से जुड़ी कैग रिपोर्ट को सदन में रखा और कहा कि नई शराब नीति से दिल्ली सरकार को दो हजार करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।

भाजपा ने सरकार बनने के बाद पहले ही विधानसभा सत्र में चुनाव के दौरान किये गये वादे के मुताबिक पहली कैग रिपोर्ट पेश कर दी है। इससे आम आदमी पार्टी और आप संयोजक व पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ना तय है, क्योंकि विधानसभा में पेश की गई पहली कैग रिपोर्ट नई शराब नीति से जुडी है, जिसके कथित घोटाले में वह खुद और मनीष सिसोदिया जेल से जमानत पर हैं। कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि नई शराब नीति से दिल्ली सरकार को करीब 2000 हजार करोड़ का घाटा लगा। नई शराब नीति में पहले के एक व्यक्ति को एक लाइसेंस मिलता था। लेकिन नई नीति में एक शख्स को दो दर्जन से ज्यादा लाइसेंस ले सकता था। पहले दिल्ली में 60 फीसदी शराब की बिक्री 4 सरकारी कॉर्पोरेशन से होती थी। लेकिन नई शराब नीति में कोई भी निजी कंपनी रिटेल लाइसेंस ले सकती है। शराब बिक्री का कमीशन 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किया गया।

आप सरकार ने किए कई उल्लंघन
कैग रिपोर्ट में बताया गया है कि थोक का लाइसेंस शराब वितरक और शराब निर्माता कंपनियों को भी दे दिया गया, जो कि उल्लंघन था। नीति में कोई भी निजी कंपनी रिटेल लाइसेंस ले सकती है। लाइसेंस देने से पहले आर्थिक या आपराधिक कोई जांच नहीं की गई। लिक्वर जाइन के लिए 100 करोड़ के निवेश की जरूरत होती थी। लेकिन नई पॉलिसी में इसे खत्म कर दिया गया। कैग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि शराब लाइसेंस देने में राजनीतिक दखल और भाई भतीजा वाद हुआ।

विधानसभा अध्यक्ष की टिप्पणी
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कैग रिपोर्ट को लेकर कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने कैग रिपोर्ट को लेकर बेहद गंभीर टिप्पणी की थी। कैग रिपोर्ट को पेश करने में लापरवाही बरती गई थी।कैग रिपोर्ट को पिछली सरकार ने जानबूझ कर रोके रखा था। उपराज्यपाल के पास समय रहते रिपोर्ट को नहीं भेजा गया था। आज एक रिपोर्ट पेश की गई है। रिपोर्ट कई हैं। वह चाहते हैं कि हर विभाग की कैग रिपोर्ट को पेश किया जाए।

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