तवांग में भारतीय सेना ने दिया शौर्य का परिचय: राजनाथ
सेना पर झूठी सियासत करने पर राहुल गांधी को दी नसीहत
भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष से की राहुल गांधी को कांग्रेस से बाहर करने की मांग
LP Live, New Delhi: तवांग व गलवान में चीनी व भारतीय सेना की झड़प को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने झूठी सियासत करके अपनी सेना को कमजोर करके दर्शाने वाले बयान पर भाजपा हमलावार नजर आ रही है। वहीं रक्षा मंत्री ने कांग्रेस की ऐसी झूठी सियासत करने पर राहुल गांधी को नसीहत दी और कहा कि भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को मुहंतोड़ जवाब देकर उन्हें वापस अपना सामान छोड़कर भागने पर मजबूर किया, जो हमारे सैनिको का आदम्य साहस और शौर्य का परिचय है।
एलएसी पर चीन के साथ जारी तनाव को लेकर केंद्र सरकार को घेरने के प्रयास में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक दिन पहले शुक्रवार को लगाया कि चीन ने हमारी दो हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है। राहुल गांधी ने भारतीय सेना को कमजोर करने की दृष्टि से यहां तक कहा कि चीन सैनिक जवानों को पीटते रहे है और चीनी युद्ध की तैयारी कर रहा है, लेकिन भारत सरकार सोई हुई है। इस बयान पर राहुल गांधी को ऐसे झूठ फैलाने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नसीहत देते हुए कहा कि गलवान और तवांग में हमारी सेना ने जिस प्रकार साहस और शौर्य का परिचय दिया है, उसके लिए चौतरफा हमारे सैनिकों की ताकत की तारीफ हो रही है, लेकिन कुछ नेता क सच बोलकर नहीं, बल्कि झूठ बोलकर राजनीति करने में लगे हुए हैं। इसलिए सेना की क्षमता पर भी सवाल खड़े करने से बाज नहीं आते। उन्होंने कहा कि झूठी सियासत लंबे समय तक नहीं की जा सकती है। राजनीतिक व्यवस्था में समाज को सही दिशा देने का काम होना चाहिए, न कि हर समय राजनीति में स्वार्थ या इंटेनशन में सवाल उठाने का। दरअसल, ढाई साल पहले गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प के बाद अब चीन की सेना ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग में वैसी ही खुराफात की कोशिश की थी। पीएलए के जवान भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर निर्माण करने जा रहे थे लेकिन हमारे जांबाजों ने उन्हें खदेड़ दिया। इस दौरान झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिक जख्मी हुए हैं। एलएसी के हालात को लेकर राहुल गांधी लगातार सरकार पर हमलावर हैं।
भारतीय सैनिकों की दिखी ताकत
तवांग में भारतीय सैनिकों ने जिस प्रकार से चीनी सैनिकों के साथ झड़प के दौरान मुहंतोड़ जवाब दिया है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। दरअसल, ढाई साल पहले गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प के बाद अब चीन की सेना ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग में वैसी ही खुराफात की कोशिश की थी। पीएलए के जवान भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर निर्माण करने जा रहे चीनी सैनिकों को हमारे जांबाजों ने खदेड़ दिया था। इस दौरान झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिक जख्मी हुए हैं। लेकिन एलएसी के हालात को लेकर राहुल गांधी लगातार सरकार पर हमलावर हैं। गौरतलब है कि इंटरनैशनल फोरम पर उसकी बातों को बहुत गंभीरता से नहीं लिया जाता था लेकिन आज भारत बोलता है तो लोग कान खोलकर और कान पकड़कर सुनते हैं कि भारत बोल क्या रहा है। अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की हैसियत बढ़ी है।
राहुल को कांग्रेस बाहर करें खरगे
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ‘रिमोट से संचालित’ नहीं होते हैं और अगर विपक्षी दल देश के साथ खड़ा है तो राहुल को उनकी टिप्पणियों के लिए निष्कासित किया जाना चाहिए, जिसने भारत का ‘अपमान’ किया है और सशस्त्र बलों का मनोबल तोड़ा है। भाटिया ने कहा कि अगर कांग्रेस अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो इसका मतलब यह होगा कि उनका बयान विपक्षी दल की मानसिकता को प्रतिबिंबित है। राहुल ने शुक्रवार को जयपुर में अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान दावा किया था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, जबकि सरकार सोई हुई है और इस खतरे को ‘नजरअंदाज’ करने की कोशिश कर रही है।
चौतरफा घिरे राहुल गांधी
भाजपा ने राहुल गांधी के इस बयान पर पलटवार करके हमले बोलना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के ही राजबब्बर व अन्य कई नेताओं ने तवांग में चीनी सैनिकों का मुकाबला करने पर भारतीय सैनिकों की तारीफ की है, लेकिन कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल खड़े करके सेना का अपमान करने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल के बयान पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल गांधी के चरित्र को जयचंद वाला बताते हुए पूछा कि जब देश के नागरिकों की छाती 56 इंच की होती है तब आपकी छाती 6 इंच की क्यों हो जाती है? वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेता पर हमला बोलते हुए कहा कि जब डोकलाम में गतिरोध चल रहा था, तब राहुल गांधी चीन के अधिकारियों संग सूप पीते दिखे थे, जबकि भारतीय सेना चीनी सैनिकों से लड़ रही थी। कांग्रेस और विपक्षी दलों ने तो उस समय भी भारतीय सेना पर सवाल खड़े किये थे, जब भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान के आतंकवाद को जवाब दिया था।