जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक पटल पर दिखी भारतीय उपलब्धियां
शर्म-अल-शेख के कॉप-27 में कार्बन उत्सर्जन का 'मिशन लाइफ'
LP Live, Egypt:
भारत ने शर्म-अल-शेख में ‘लाइफ-लाइफस्टाइल ऑफ एनवॉयरेनमेंट’ विषय पर कॉप-27 में भारतीय मंडप भी आकर्षण का केंद्र बना रहा, जिसमें भारत ने जलवायु परिवर्तन पर ‘मिशन लाइफ’ का संदेश देते हुए विश्व पटल पर उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। मंडप में इसी मकसद से विभिन्न श्रव्य-दृश्य, लोगो, 3डी मॉडलों, सेट-अप, सजावट और सहायक कार्यक्रमो की व्यवस्था की गई।
मिस्र के शर्म अल शेख शहर में आयोजित 12 दिवसीय इस कॉप-27 के दौरान भारतीय मंडप में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजनों के तहत केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों, सावर्जनिक क्षेत्र के उपक्रमों, स्वायत्तशासी निकायों, अधीनस्थ संगठनों, थिंक-टैंकों और संयुक्त राष्ट्र संगठनों ने हिस्सा लिया था। मंडप में भारत के आयोजित 49 कार्यक्रमों में से 16 कार्यक्रमों का आयोजन केंद्र सरकार, 10 कार्यक्रम राज्य सरकारों तथा 23 निजी सेक्टर के कार्यक्रम आयोजित हुए। इस मंडप का उद्घाटन पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने किया था। यूएनडीपी और यूनीसेफ ने किया था, जिसमें कॉप-27 युवा स्कॉलर पुरस्कार वितरित किये गये। ये पुरस्कार चार युवा स्कॉलरों को दिया गया, जिन्हें कड़ी प्रक्रिया के बाद चुना गया था।
प्रदर्शनियों से उपलब्धियां प्रस्तुत
भारतीय मंडप में 14 नवंबर ‘लाइफ’ सम्बंधी कार्यक्रमों का दिन रहा, जहां केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने 14 नवंबर को भारतीय मंडप में भारत की दीर्घकालिक निम्न-उत्सर्जन विकास रणनीति (एलटी-लेड्स) की शुरूआत की। यादव ने भारतीय मंडप से ही लीड-आईटी शिखर बैठक वक्तव्य के साथ लाइफ ‘प्रयास से प्रभाव तक’ सार-संग्रह भी जारी किया। भारतीय मंडप ने जलवायु परिवर्तन पर भारत की उपलब्धियों को दर्शाया, जिसमें प्रौद्योगिकी के साथ-साथ भारतीय संस्कृति, वस्त्र और खान-पान को भी शामिल किया गया था। इन सबके प्रति लोगों में बहुत उत्साह देखा गया। मंडप में ब्लॉक प्रिंटिंग भी दर्शायी गई थी। कॉप में हिस्सा लेने वाले युवा प्रतिभागियों ने इसके प्रति विशेष रुचि दिखाई। मंडप ने प्रदर्शनी, गतिविधियों और मेहमानों को लाइफ बैजों व पुस्तिकाओं के वितरण द्वारा ‘लाइफ’ का संदेश प्रसारित किया।
आकर्षण का केंद्र रहा भारतीय मंडप
भारतीय मंडप में पर्यावरण अनुकूल और सतत जीवन-शैली के प्रचार के लिये युवाओं व बच्चों को प्रोत्साहित किया गया। मंडप में लगभग 25 हजार कॉप प्रतिभागियों ने दौरा किया। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की सचिव सुश्री लीना नंदन ने भी भारतीय मंडप में होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सेदारी की। इन कार्यक्रमों में प्रौद्योगिकी आवश्यकता मूल्यांकन पर डीएसटी का तथा टेरी के संयोजन एवं संयोजन तत्परता पर दीर्घकालिक रणनीति विषयक कार्यक्रम शामिल रहे।