

अब तक घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर मारे गए छापे, डेढ़ हजार संदिग्ध हिरासत में
LP Live, Jammu: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से आतंकवाद की कमर तोड़ने में जुटी सुरक्षा एजेंसियों और सेना के साथ सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकानों और उनके मददगारों पर ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। सेना ने कई आतंकी ठिकानों और आतंकियों के घरों को मिट्टी में मिला दिया है। इसके बावजूद अपने बचाव में भागते आतंकी घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे है। कुपवाड़ा के कंडी में आतंकवादियों ने हमला करके एक स्थानीय निवासी को मौत के घाट उतार दिया है। अब तक 63 आतंकी ठिकानों पर छापे मारे गए और 1,500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
रविवार को कुपवाड़ा के कंडी खास निवासी गुल रसूल माग्रे पर आतंकियों ने गोलीबारी की है, जिससे पेट में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी अस्पताल जाने पर मौत हो गई। उधर पहलगाम हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियों और सेना के साथ सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकानों पर पूरी कश्मीर घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर छापे मारे गए और 1,500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अनंतनाग से ही करीब पौने दो सौ संदिग्ध पकड़े हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकियों की सूची जारी की गई है। ये आतंकी पाकिस्तानी दहशतगर्दों को रसद व जमीनी सहायता के अलावा सुरक्षित पनाह भी मुहैया कराते हैं। इनमें तीन हिजबुल मुजाहिदीन, आठ लश्कर और तीन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं। आतंकवादियों की तलाश में सुरक्षा एजेंसियों और सेना के साथ चप्पे चप्पे पर पुलिस तलाशी अभियान चल रहा है, इसयके लिए सेना की ओर से पैदल जंगलों की छानबीन के साथ-साथ हवाई निगरानी के लिए कई ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने छन्न अरोड़ियां के साथ लगते जंगलों और नालों के अलावा, बासियां, दयोल, अमाला आदि इलाके के जंगलों को बारीकी से खंगाला।
अब तक 10 आतंकियों के घर ध्वस्त
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी तंत्र को खत्म करने के लिए छापेमारी और तोड़फोड़ की गई। पहलगाम के बैसरन मैदान में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद अब तक कश्मीर में आतंकियों के 10 घरों को ध्वस्त किया जा चुका है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार दो स्थानीय आतंकियों आसिफ शेख और आदिल हुसैन थोकर के घरों को सुरक्षा बलों ने दो दिन पहले ध्वस्त कर दिया था। गंदेरबल, बांदीपोरा, शोपियां, अनंतनाग, कुलगाम और पुलवामा में आठ अन्य घरों को ध्वस्त किया गया।

लश्कर-ए-तैयबा कमांडर का घर घ्वस्त
पहलगाम हमले के बाद अधिकारियों ने आतंकियों पर फिर से एक्शन लिया है। नाज कॉलोनी बांदीपुरा में सक्रिय आतंकवादी जमील अहमद शीर गोजरी पुत्र अब्दुल अहद शीर गोजरी के दो मंजिला घर को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया है। पहलगाम हमले के बाद, कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों द्वारा ध्वस्त किया गया यह सातवां घर है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जमील 2016 से आतंकी मामलों में सक्रिय है। यह घटनाक्रम पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमले के सिलसिले में सामने आया है, जिसमें 22 अप्रैल को घाटी में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। सूत्रों ने बताया कि वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का स्थानीय कमांडर है।
दो आतंकी समर्थक पकड़े
पुलिस बडगाम ने सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत आतंकवादियों के दो मददगारों को पकड़ा है। जिनके नाम ताहिर अहमद और शब्बीर अहमद गनई हैं। खुफिया जानकारी के बाद इन दोनों को पकड़ा गया है, जिससे पता चला कि दोनों इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को सहायता प्रदान करने में शामिल थे। जिसमें आवाजाही, आश्रय, रसद सहायता, और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में उनकी निरंतर भागीदारी, स्थानीय युवाओं को प्रतिबंधित (आतंकवादी) संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में भूमिका शामिल है। उनकी हिरासत जिले में आतंकवादी समर्थन नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
चार संदिग्धों की तलाश में तलाशी अभियान
हीरानगर के राजबाग थाना के अंतर्गत पड़ते छन्न अरोड़ियां में खेतों में गेहूं की फसल की कटाई कर रही महिला ने खेत से कुछ दूरी पर एक आम के पेड़ के नीचे चार लोगों को देखा, जिनमें से तीन बैठे हुए थे, जबकि एक खड़ा था। उन्हें देखकर वह डर गई और भाग कर घर लौट आई और इस बारे में अन्य लोगों को बताया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को जानकारी दी और पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंचकर इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। जहां इन संदिग्धों को देखा गया है वहां से कुछ ही दूरी पर ही रेलवे ट्रैक है। इसे देखते हुए रेलवे पुलिस ने ट्रैक पर गश्त शुरू कर दी है।
