गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश की झांकी को मिला द्वितीय पुरस्कार
'विकसित भारत-समृद्ध विरासत' थीम पर सजी थी झांकी
प्रदेश के सूचना निदेशक को सौंपा गया प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न
LP Live, New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में ‘विकसित भारत-समृद्ध विरासत’ थीम पर सजी उत्तर प्रदेश की झांकी को द्वितीय पुरस्कार मिला है। जबकि संस्कृति मंत्रालय की झांकी को प्रथम पुरस्कार दिया गया। यूपी की झांकी में श्रीराम एवं अयोध्या में मंदिर के साथ विकसित उत्तर प्रदेश की तस्वीर का प्रतीक दर्शाया गया था।
सीएम योगी के नेतृत्व में विकास के ट्रैक पर तेजी से दौड़ रहे उत्तर प्रदेश को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड 2024 में यूपी की मनोरम झांकी ने सभी का दिल जीत लिया। ‘विकसित भारत-समृद्ध विरासत’ की थीम पर सजाई गई उत्तर प्रदेश की झांकी को 75वें गणतंत्र दिवस पर द्वितीय पुरस्कार मिला है। मंगलवार को नई दिल्ली में उत्तर प्रदेश सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक शिशिर को भारत सरकार के रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न प्रदान किया। 26 जनवरी को 16 राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों के साथ ही 9 अलग-अलग मंत्रालयों व विभागों की कुल 25 झांकियां निकली थीं। इसमें पीपुल्स च्वॉइस के आधार पर उत्तर प्रदेश ने दूसरा स्थान हासिल किया। उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव का क्षण है। उत्तर प्रदेश को गणतंत्र दिवस परेड में आकर्षक झांकी के लिए अनवरत पांचवें वर्ष सम्मानित किया गया। 2020 में यूपी की झांकी को द्वितीय, 2021 व 2022 में प्रथम पुरस्कार मिला था। 2023 में पीपुल्स च्वॉइस श्रेणी में द्वितीय व तृतीय पुरस्कार यूपी के खाते में आया। वहीं 2024 में भी पीपुल्स च्वॉइस श्रेणी में उत्तर प्रदेश की झांकी दूसरे स्थान पर रही।
श्रीराम की प्रतिमा के साथ आकर्षक थी झांकी
गणतंत्र दिवस समारोह में अयोध्या में श्री रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उत्तर प्रदेश की झांकी के अग्रिम में श्रीराम मंदिर के साथ भगवान श्रीराम की प्रतिमा के साथ एक आध्यात्मिक आकर्षण का भाव नजर आया, जिसमें ऋषि-मुनियों के साथ सनातन परंपरा और महाकुंभ का प्रतीक भी शामिल रहा। वहीं झांकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर एयरपोर्ट, नोएडा की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री और मोबाइल, एलईडी स्क्रीन में एक्सप्रेसवे के माध्यम से 6 संचालित एवं 7 निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे वाले प्रदेश के एक्सप्रेसवे को भी दर्शाया गया। इस झांकी में रैपिड रेल का मॉडल और ब्रह्मोस मिसाइल को भी प्रदर्शित किया गया था।
संस्कृति मंत्रालय की झांकी को को प्रथम पुरस्कार
संस्कृति मंत्रालय के अनुसार 75वें गणतंत्र समारोह में मंत्रालय की ‘भारत:लोकतंत्र की जननी’ थीम वाली झांकी को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया है। इस झांकी को में परंपरा और नवोन्मेष का मिश्रण था तथा ‘भारत की सांस्कृतिक विरासत,जिसे अक्सर लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है को प्रदर्शित करने के लिए ‘एनामॉर्फिक’ तकनीक के उत्कृष्ट उपयोग ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसमें आधुनिकता के मेल ने पारंपरिक तत्वों को सहजता से अपनाया। हमने एक ऐसी झांकी बनाई जो कलात्मक कौशल और सांस्कृतिक झलक लेकर आई।