

LP Live, Desk: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की एक अदालत में अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले के आरोप में पेशी पर जा रहे पीटीआई प्रमुख एवं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को रेंजरों ने घेराबंदी करके गिरफ्तार कर लिया था। इमरान की गिरफ्तारी के बाद पीटीआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने देश के अलग अलग शहरों में उनकी रिहाई के लिए प्रदर्शन, पुलिस वाहनों पर पथराव व तोड़फोड़ शुरु कर आंदोलन को तेज कर दिया है। कई देशों में भी इमरान समर्थकों का प्रदर्शन हो रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को भी पीटीआई कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, कराची, गुजरांवाला, फैसलाबाद, मुल्तान, पेशावर और मर्दन सहित पूरे पाकिस्तान के शहरों में विरोध प्रदर्शन किया। कराची में नर्सरी के पास प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने पुलिस वाहनों पर पथराव किया और स्ट्रीट लाइटें भी फोड़ दीं। वहीं पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी कहा कि पार्टी इस्लामाबाद उच्च न्यायालय द्वारा पार्टी अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी को बरकरार रखने को चुनौती देने के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी। फवाद चौधरी ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को ‘आश्चर्यजनक’ करार दिया।

एयरबेस पर समर्थकों का बवाल
पीटीआई नेता इमरान की गिरफ्तारी से उनके समर्थक भड़के हुए हैं और गिरफ्तारी के विरोध में समर्थकों ने लाहौर से लेकर रावलपिंडी तक कैंट और एयरबेस पर हमला कर अपना बवाल कर गुस्सार निकाला। रावलपिंडी में तो समर्थक सेना के मुख्याालय तक पहुंच गए और कुछ बिल्डिंग्स में तोड़फोड़ की। लाहौर में इमरान समर्थक जबरन एक कोर कमांडर के घर के अंदर पहुंच गए और जमकर उत्पाेत मचाया। क्वेऔटा और फैसलाबाद में भी यही स्थिति देखी गई। यहां पर लोगों ने सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कई देशों में समर्थकों का प्रदर्शन
बताया जा रहा है कि अगर इमरान खान को कुछ भी होता है, तो मुझे पाकिस्तान में सबसे खराब स्थिति का डर है। हम उनकी तत्काल रिहाई की मांग करते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार अमेरिका के पास राजनीतिक उम्मीदवार या पार्टी पर कोई स्थिति नहीं है। पाकिस्तान में इमरान खान की नाटकीय गिरफ्तारी पर एएनआई को जवाब देते हुए अधिकारी ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करने का आह्वान किया।
