संसद का शीतकालीन सत्र शुरु, मुलायम सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
विपक्ष की विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी
सरकार भी विपक्ष को माकूल जवाब के साथ सदन में उतरी
LP Live, New Delhi: संसद का शीतकालीन सत्र आज बुधवार से शुरू हो गया। लोकसभा की कार्यवाही श्रद्धांजलि पढ़ने के बाद अनुभवी राजनेता और सांसद मुलायम सिंह यादव के सम्मान में आधे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा में पीएम मोदी ने सदन को संबोधित किया।
लोकसभा पहले दिन उन सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई जिनका निधन सत्र के दौरान हुआ है। जबकि राज्यसभा में पीएम मोदी ने नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस सदन के साथ-साथ राष्ट्र की ओर से सभापति (उपराष्ट्रपति) को बधाई देता हूं। आप संघर्षों के बीच जीवन में आगे बढ़ते हुए इस मुकाम पर पहुंचे हैं, यह देश के कई लोगों के लिए प्रेरणा है। आप सदन में इस महती पद की शोभा बढ़ा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे उपराष्ट्रपति किसान पुत्र हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल में पढ़ाई की है। इस प्रकार वह जवानों और किसानों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके मार्गदर्शन में राज्यसभा अपनी विरासत को न केवल आगे बढ़ाएगी अपितु नई ऊंचाई भी देगी। गौरतलब है कि आगामी 29 दिसंबर तक चलने वालं संसद के शीतकालीन सत्र में 17 बैठकों आयोजित की जाएंगी। सरकार की ओर से 16 नए बिल पेश किए जाएंगे, जबकि सत्र की समाप्ति से पहले सरकार की योजना 23 बिलों को पास कराने की है।
संसद सत्र में सरकार का अजेंडा
संसद सत्र के दौरान सरकार की ओर से 16 नए बिल पेश किए जाएंगे, जबकि सत्र की समाप्ति से पहले सरकार की योजना 23 बिलों को पास कराने की है। इनमें अनुदान की अनुपूरक मांगों को पारित कराने के अलावा लोकसभा से पास हो चुके और राज्यसभा में लंबित चार बिल भी हैं। राज्यसभा में ऐसे तीन बिल और भी आ सकते हैं, जिनकी रिपोर्ट सदन में पेश हो चुकी है। वहीं बिजली संशोधन बिल, टेलिकॉम बिल और डेटा प्रोटेक्शन बिल जैसे तीन अहम बिल फिलहाल संसदीय समितियों के सामने विचारार्थ हैं, इनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। सरकार चाहेगी कि इन्हें भी सदन में लाने की रहेगी। इस बार सदन में आने वाले अहम बिलों में बहु-राज्यीय सहकारी समितियों में जवाबदेही बढ़ाने और चुनावी प्रक्रिया में सुधार से संबंधित बिल, वन संरक्षण और संशोधन बिल, राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग बिल और राष्ट्रीय नर्सिंग आयोग संबंधी बिल भी शामिल हैं।
विपक्ष के आक्रमक तेवर
संसंद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने साफ कर दिया कि महंगाई, बेरोजगारी, सरकारी एजेंसियों के कथित दुरुपयोग, सीमा पर तनाव, ईडब्लूयएस आरक्षण और साइबर क्राइम जैसे अहम मुद्दों को सदन में उठाएगा। विपक्ष के तेवरों बताते हैं कि पूर्वी लद्दाख में चीन से लगी सीमा की स्थिति और जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के मुद्दे पर सदन में हंगामें की स्थिति बन सकती है। दरअसल विपक्ष चाहता है कि सत्र के दौरान इस विषय पर भी चर्चा हो और चर्चा के लिये पर्याप्त समय देकर सरकार को सदन में कामकाज का माहौल तैयार करना चाहिए। सदन में महिला आरक्षण के मुद्दा भी उठ सकता है। वहीं किसानों से जुड़े मुद्दे पर भी विपक्ष सरकार को घेरने को तैयार है।