देश

शिल्प गुरु पुरस्कार और राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे गये श्रेष्ठ शिल्पकार

उपराष्ट्रपति धनकड़ ने 36 महिलाओं समेत प्रदान किये 108 पुरस्कार

भारतीय संस्कृति के प्रकाश स्तंभ है शिल्पकार: जगदीप धनकड़
LP Live, New Delhi: उपराष्ट्रकपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत की इस प्रगति में हस्तरशिल्प और हथकरघा क्षेत्र से जुड़े शिल्पीकार की महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन कर रहे हैं। यही कारण है कि भारती की विरासत शिल्पकारी दुनियाभर में प्रदर्शित हो रही है। हस्तशिल्पं और हथकरघा क्षेत्र से जुड़े शिल्पकारों को उत्कृट कार्य और योगदान के लिए 30 शिल्प गुरु पुरस्कार और 78 राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये गये।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत अब जिस गति से आगे बढ़ रहा है उतना पहले कभी नहीं था। हम इस समय विश्व के लिए निवेश और अवसरों के मामलों में सबसे पसंदीदा गंतव्य बन गए हैं। हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र से जुड़े शिल्पकारों ने भारत की इस प्रगति में महत्वहपूर्ण भूमिका अदा की है। शिल्प कौशल और कारीगरों की कुशलता की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिल्पकार हमारी संस्कृति के प्रकाश स्तंमभ है। इसी वजह से शिल्पकार हमारी संस्कृति और रचनात्मकता के सबसे प्रभावी और शक्तिशाली हस्ताक्षर है। धनखड़ ने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता मिलना इस बात का प्रतीक है कि विश्व,  प्रधानमंत्री और उनकी परिकल्पनाओं को सुन और समझ रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वांस है कि इस दशक के अंत तक भारत तीसरी सबसे बड़ी विश्व अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

तीन साल के पुरस्कार एक साथ वितरित
समारोह में देश के उत्कृष्ट शिल्पकारों को वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए। कोविड महामारी के कारण इन पुरस्कारों के लिए कार्यक्रम नहीं हो सका। उत्कृष्ट शिल्पयकारों को वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए 30 शिल्प गुरु पुरस्कार और 78 राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें से 36 महिलाएं हैं। पुरस्कारों का मुख्य उद्देश्य शिल्प कौशल में उनकी उत्कृष्टता और भारतीय हस्तशिल्प और वस्त्र क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान के लिए उन्हें मान्यता देना है।  वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए 30 शिल्प गुरुओं का चयन किया गया है, जिनमें से 24 पुरुष और 6 महिलाएं हैं। पुरस्कार में एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि, एक ताम्रपत्र, एक शॉल और एक प्रमाण पत्र शामिल है।इसी प्रकार वर्ष 2017, 2018 और 2019 के राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए 78 शिल्पकारों का चयन किया गया है, जिसमें दो डिजाइन इनोवेशन पुरस्कार शामिल हैं, जहां एक डिजाइनर और कारीगर एक अद्वितीय उत्पाद बनाने के लिए सहयोग करते हैं। शिल्प गुरु पुरस्कार उत्कृष्ट शिल्प कौशल, उत्पाद उत्कृष्टता और पारंपरिक विरासत के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में अन्य प्रशिक्षु कारीगरों को शिल्प की शिक्षा देने में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका के लिए प्रसिद्ध उत्कृष्ट शिल्पकारों को दिए जाते हैं। यह पुरस्कार 2002 में भारत में हस्तशिल्प के पुनरुत्थान की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए शुरू किए गए थे। पुरस्कार में एक सोने का सिक्का, दो लाख रुपये की पुरस्कार राशि, एक ताम्रपत्र, एक शॉल और एक प्रमाण पत्र शामिल है। शिल्प गुरुओं और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं के उत्कृष्ट उत्पाद 29 नवंबर से 5 दिसंबर 2022 तक जनता के लिए राष्ट्रीय शिल्प संग्रहालय और हस्तकला अकादमी, प्रगति मैदान, भैरों मार्ग में प्रदर्शित किए जाएंगे।

शिल्पकारों ने हस्तशिल्प को दिया नया आयाम
केन्द्री य वस्त्रक, उपभोक्ता, मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वाणिज्य् एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हस्त शिल्पर और हथकरघा शेष विश्वष के साथ जुड़ने के लिए भारत को आत्मएविश्वा्स और आत्म निर्भरता प्रदान करने वाला आधार है। उन्होंषने कहा कि हमारे शिल्प्कारों ने सदियों से अपने खुद के- आमतौर पर अनूठे तरीके ईजाद कर और उन्हेंन अपनाकर पत्थमर, धातुओं, चन्दमन और मिट्टी में जीवन का संचार किया। शिल्पकारों की रचनाओं में उनके परिष्कृ़त ज्ञान और अतिविकसित सौन्दतर्य बोध का परिचय मिलता है। हमारे गांव में रहने वाले लाखों लोग बहुत कम लागत में हस्तओशिल्पं वस्तु्ओं का उत्पािदन कर अपनी आजीविका चलाने के साथ भारत की संस्कृरति, विरासत और परम्पररा को दर्शाने वाली इन हस्त शिल्पा वस्तुदओं का एक बहुत अच्छार घरेलू और अंतर्राष्ट्री य बाजार भी देते है। उन्होंपने कहा कि हस्तवशिल्पा वस्तुरओं का उत्पानदन ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए भी विशेष रूप से महत्वरपूर्ण है। समारोह में वस्त्र् मंत्रालय की सचिव श्रीमती रचना शाह, विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) शांतमनु और अतिरिक्त विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) सुश्री मुदिता मिश्रा भी मौजूद रहे।

admin

लोकपथ लाइव वेबसाइड एक न्यूज बेवसाइट है। यहां खबरों के साथ देश के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का परिचय भी उनकी उपलब्धियों के साथ कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हमारा मकसद आप तक सच्ची खबरें तथ्यों के साथ पहुंचाना है। लोकपथ लाइव पर अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय सहित विभिन्न राज्यों के जिलों और गांव तक की ताजा खबरें पढ़ सकते हैं। - प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button