

LP Live, Faridabad: हरियाणा के फरीदाबाद में प्रसिद्ध 36वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेला शुरू हो गया है। आगामी 19 फरवरी तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दीप प्रज्वलित करके किया।
हरियाणा के अरावली क्षेत्र में शुक्रवार को शुरु हुए अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला के शुभारंभ के मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अलावा उप राष्ट्रपति धनखड़ की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा समेत कई मंत्री और नेता मौजूद रहे। इस मेले में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 24 देशों समेत दुनिया भर के करीब 45 देशों के 500 से अधिक कलाकार और शिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा पूर्वोत्तराज्यों के 300 से अधिक कलाकारों से उनकी कला और संस्कृति को जानने व समझने का मौका मिलेगा। पार्टनर कंट्री के रूप में इस बार एससीओ के 24 देश पार्टनर कंट्री बने हैं, जबकि थीम स्टेट के रूप में पूर्वोत्तर के आठ राज्य हैं। उप राष्ट्रपति धनखड ने मेले में सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग द्वारा लगाई गई डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने बांस से बनाए गए पूर्वोत्तर पवेलियन में प्रदर्शित हस्तशिल्प उत्पादों का भी अवलोकन किया। इस बार जी-20 शिखर सम्मेलन की वजह से इस मेले में भीड़ बढ़ने की संभावनाएं है, जहां खासकर विदेशी पर्यटकों की संख्या इस बार अच्छी खासी बढ़ने वाली है।
क्या है प्रवेश की व्यवस्था
इस सूरजकुंड मेले में सुबह 10:30 से लेकर रात 8 बजे तक प्रवेश की अनुमति होगी। मेले में 5 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए कोई टिकट नहीं है। वहीं बच्चे और विद्यार्थी स्कूल और कॉलेज की आईडी साथ प्रवेश करते हैं तो उन्हें टिकट पर 50 फीसदी छूट दी जाएगी। इसी प्रकार वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और भूतपूर्व सैनिकों को भी टिकट पर 50 फीसदी छूट की व्यवस्था है। हालांकि हफ्ते के दिनों में वयस्कों के लिए प्रवेश टिकट 120 रुपये प्रति व्यक्ति है। जबकि इस मेले के लिए व्यस्क व्यक्ति के लिए 180 रुपये की टिकट होगी। मेला परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
विभिन्न व्यंजनों का मिलेगा स्वाद
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का उद्देश्य स्थानीय कलाओं को बढ़ावा देना है। यहां जाने पर आप कई तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते है। इस बार यहां आने वाले टूरिस्ट मणिपुर की चाहाओ खीर और मेघालय की फ्रूटचाट के अलावा त्रिपुरा की भंगुई बिरयानी का स्वाद भी ले सकेंगे। इस अलावा हरियाणा की बाजरे की रोटी और कढ़ी का स्वाद ले सकेंगे. इस बार खाने के फूड कोर्ट भी संख्या की बढ़ाई गई है।
