हरियाणा

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का उद्घाटन करेंगी राष्ट्रपति

कुरुक्षेत्र में 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक होगा आयोजन

ब्रह्म सरोवर में श्रीराम कथा का पाठ करेंगे संत मुरारी बापू
LP Live, Kurukshetra:
हरियाणा के कुरुक्षेत्र मेकं में 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक आयोजित होने वाले सरस और शिल्प मेले के साथ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत 29 नवंबर को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ब्रह्म सरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन के साथ मुख्य कार्यक्रमों का विधिवत उद्घाटन राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू करेंगी।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू 29 नवम्बर को ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का भी शुभारम्भ करेंगी। ‘श्रीमद्भगवदगीता की प्रेरणा से विश्व शान्ति और सदभाव’ विषय पर इस संगोष्ठी में देश-विदेश के गीता मर्मज्ञ, विद्वान एवं शोधार्थी अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। वहीं गीता जन्मस्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की 50 फुट ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया गया है, जिस पर 3डी मैपिंग टैक्नॉलोजी के माध्यम से गीता पर आधारित मल्टीमीडिया शो का उद्घाटन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महोत्सव की तैयारियों का जायजा लेने के बाद बताया कि देशभर से आए मूर्तिकारों द्वारा महाभारत और गीता विषय पर आधारित 21 प्रस्तर मूर्तियों का निर्माण किया गया है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत 19 नवंबर से 27 नवंबर तक संत मुरारी बापू जी द्वारा ब्रह्म सरोवर पर श्रीराम कथा का आयोजन होगा। कुरुक्षेत्र में पवित्र ब्रह्म सरोवर के तट पर आयोजित किए जा रहे गीता के इस पावन उत्सव में लोगों को एक बार फिर से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों एवं शिल्पकारों का संगम देखने का अवसर मिलेगा। इस बार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में नेपाल पार्टनर देश एवं मध्यप्रदेश पार्टनर राज्य की भूमिका में रहेगें। उन्होंने बताया कि पुरुषोत्तमपुरा बाग, ब्रह्म सरोवर पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पैवेलियन लगाया जा रहा है, जिसमें उनकी संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित स्टॉल आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। जबकि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा के लोकनृत्य, शिल्प, लघुउद्योग, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित हरियाणा पैवेलियन लगेगा, जिससे महोत्सव में आने वाले पर्यटक एवं तीर्थयात्री हरियाणा की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे।
मॉरीशस, लंदन व कनाडा में मना महोत्सव
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2019 में ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव देश से बाहर मॉरीशस तथा लन्दन में भी मनाया गया। इस साल सितम्बर माह में कनाडा में भी यह महोत्सव आयोजित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में अजरबैजान, इथोपिया, वियतनाम आदि देशों के राजदूत भी शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त महोत्सव प्रारम्भ होने से पहले ही अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, पोलैंड, चीन सहित 25 से ज्यादा देशों के 4 लाख से अधिक लोग सोशल मीडिया के जरिए महोत्सव के साथ जुड़ चुके हैं। इस महोत्सव की वेबसाइट के पेज पर 3 लाख 80 हजार से ज्यादा लोग विजिट कर चुके हैं। यह निश्चय ही इस महोत्सव की लोकप्रियता के प्रमाण हैं।
तीन दिसंबर को संत सम्मेलन
कुरुक्षेत्र में 3 दिसम्बर को महोत्सव के दौरान पुरुषोत्तमपुरा बाग में सन्त सम्मेलन का आयोजन होगा। इसमें देश के प्रख्यात सन्त मिलकर गीता एवं अध्यात्म विषय पर चर्चा करेंगे। सन्तों का यह मिलन इस समारोह की गरिमा को एक नया स्वरुप प्रदान करेगा। जबकि 4 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 48 कोस कुरुक्षेत्र के तीर्थों पर एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालु तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहेगी।
वैश्विक गीता पाठ
गीता जयन्ती के दिन 4 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र में 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा वैश्विक गीता पाठ किया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेशभर से 75 हजार विद्यार्थी तथा देश-विदेश से लाखों गीता प्रेमी एवं श्रद्धालु ऑनलाईन माध्यम से जुड़ेंगे।
प्रदर्शनियों का आयोजन
गीता महोत्सव के अवसर पर इस बार भी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें 48 कोस कुरुक्षेत्र, सन्त कबीर, सन्त रविदास, महर्षि वाल्मिकि, दिव्य ज्योति, चिम्य मिशन, इस्कॉन आदि की प्रदर्शनियां होंगी। इसके अलावा, गीता पुस्तक मेले का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें देश के 25 से अधिक संस्थाएं एवं प्रमुख प्रकाशक अपनी सहभागिता देकर इस महोत्सव को ज्ञान का महोत्सव बनाने में सहयोग करेंगे।

admin

लोकपथ लाइव वेबसाइड एक न्यूज बेवसाइट है। यहां खबरों के साथ देश के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का परिचय भी उनकी उपलब्धियों के साथ कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हमारा मकसद आप तक सच्ची खबरें तथ्यों के साथ पहुंचाना है। लोकपथ लाइव पर अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय सहित विभिन्न राज्यों के जिलों और गांव तक की ताजा खबरें पढ़ सकते हैं। - प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button