संभल जाने की तैयारी में सपा प्रतिनिधिमंडल के नेता नजरबंद
सपा नेताओं के घर के बाहर तैनात किये भारी पुलिस बल


सपा नेता कार्यकर्ताओं के साथ अपने घर के बाहर धरने पर बैठे
LP Live, Lucknow: संभल हिंसा के बाद यूपी सरकार ने सपा प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने से पहले शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। प्रतिनिधिमंडल के नेताओं के घरो के बाहर पुलिस बल तैनात कर उन्हें कहीं भी जाने से रोक दिया है। सपा के इन बड़े नेताओं में उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के अलावा समाजवादी पार्टी नेता श्यामलाल पाल के घर के बाहर भी पुलिस बल तैनात कर कर उन्हें एक तरह से नजरबंद कर दिया है।
यूपी के संभल की जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हाल ही में हुई हिंसा के कारण जिला प्रशासन ने दस दिसंबर तक संभल जिले में किसी भी बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश सुप्रीम कोर्ट ने भी दिये हैं। ऐसे में सपा के नेता सियासत की दृष्टि से संभल जाने की तैयारी कर रहे हैं। सपा का एक प्रतिनिधिमंडल संभल जाने की तैयारी में था, लेकिन जिलाधिकारी ने फोन करके उन्हें शहर में आने से मना किया है। इसके बावजूद एक प्रतिनिधिनिधिमंडल शनिवार को संभल जाने वाला था, लेकिन इससे पहले ही सपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव व श्यामलाल पाल जैसे बड़े सपा नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद करके उनके घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिये हैं।

धरने पर बैठे माता प्रसाद
संभल जाने से रोकने पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे अपने आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए हैं। इसमें विधायक रविदास मल्होत्रा भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि संभल के लोगों को इंसाफ दो। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराई जाए। मृतक परिवार के लोगों को एक करोड़ रुपए मुआवजे के तौर पर दिए जाएं।
हमें लिखित नोटिस नहीं दिया: पांडेय
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भी इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस संबन्ध में उन्हें कोई लिखित नोटिस नहीं दिया गया है, जबकि उन्हें कहीं भी जाने का अधिकार है। वहीं बिना किसी नोटिस के उनके घरों के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस ने हमें संभल के डीएम का एक पत्र सौंपा है, जिसमें 10 दिसंबर तक संभल जिले में प्रवेश निषेध की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस का यह कदम पूरी तरह से अनुचित है और इस पर कोई स्पष्ट कारण भी नहीं बताया गया है।
