‘अयोध्या दीपोत्सव’ बन रहा है भारत की नई पहचान
101 रुपए में अयोध्या दीपोत्सव का हिस्सा बनने का ऑफर
इस बार 1.51 लाख गोदीप समेत 24 लाख दिये जलाने का बनेगा रिकार्ड
LP Live, Lucknow: श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ श्रीराम लल्ला की मूर्ति प्रतिष्ठान से पहले दीवली के प र्व पर ‘अयोध्या दीपोत्सव’ एक नए भारत की पहचान बन रहा है, जो प्रति वर्ष नए कीर्तिमान के साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो रही है। अयोध्या को जिस अत्याधुनिक तकनीक से विकसित किया जा रहा है, उससे अयोध्या देश विदेश के पर्यटकों के लिए दुनिया का सबसे खूबसूरत सांस्कृतिक स्थल होगा।
योगी सरकार हर साल की तरह इस बार भी अयोध्या के दीपोत्सव को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी कर रही है। इस बार अयोध्या के 51 घाटों पर दीपावली की मौके पर 24 लाख दिए जलाए जाएंगे, जिनमें 1.51 लाख गोबर से बने हुए गोदीप भी शामिल होंगे। पर्यटन विभाग दीवाली पर लाखों दीये जलाकर पर्यटन विभाग विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहा है। आगामी 22 जनवरी 2024 को श्रीराम लल्ला का मूर्ति प्रतिष्ठान और मंदिर लोकार्पण से पहले अयोध्या को दीवाली के पर्व के उपलक्ष्य में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रुप से आकर्षण देखते ही बनता है, जहां दीपोत्सव का रिकार्ड भारत को एक नई पहचान दे रहा है। इसके लिए पर्यटन विभाग व अयोध्या जिला प्रशासन ने इस बार एक नया प्रयास भी किया है। इसके तहत आप भी घर बैठे दीपोत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। एप के माध्यम से आप घर बैठे अयोध्या में एक से लेकर 51 दीयों तक दान देकर उन्हें रोशन कर सकते हैं। एक दीये के लिए जहां आपको 101 रुपए खर्च करने होंगे तो वहीं, 11 दीयों के लिए 251 रुपए, 21 के लिए 501 रुपए और 51 दीयों के लिए 1100 रुपए ऑनलाइन दे सकते हैं।
देश या विदेश कहीं से बुक करा सकेंगे दीये
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि विभाग ने ‘होली अयोध्या’ नाम से एक मोबाइल एप तैयार किया है। इससे आम लोग आसानी से घर बैठे अयोध्या के दीपदान में शामिल हो सकेंगे। यह मोबाइल एप एंड्रायड व एप्पल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। इस एप को कोई भी व्यक्ति डाउनलोड कर एक या उससे अधिक दीये अपने नाम से बुक कर सकते हैं। खास बात यह कि दीपोत्सव के बाद पर्यटन विभाग संबंधित व्यक्ति के पते पर यह दीया, प्रसाद व सरयू का जल भी प्रसाद के रूप में भेजेगा। इस एप के माध्यम से तय की गई सहायता राशि देकर कोई भी दीये जलवा सकता है। वह अपने नाम से, अपने परिजनों के नाम से एक से लेकर 51 दीये तक बुक करा सकते हैं। इस एप पर आने वाले आवेदन को जिला प्रशासन देखेगा और उसके अनुसार दीये जलवाने की व्यवस्था करेगा। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में रह रहे लोग भी इस दीपोत्सव से जुड़ना चाहते हैं। ऐसे में यह उनके लिए अच्छी सुविधा होगी।
एप पर दीपदान के मिलेंगे चार पैकेज
एप पर दीप प्रज्ज्वलन के अलग-अलग पैकेज रखे गए हैं। 101 से 1100 रुपए तक के चार पैकेज में पहला पैकेज 101 रुपए का है, जिसमें एक दीप प्रज्वलित होगा। इसका प्रमाण डिजिटल रूप से श्रद्धालु के नाम से भेजा जाएगा। दूसरा पैकेज 251 रुपए का है, जिसमें 11 दीप जलेंगे तथा प्रमाण के रूप में जले हुए दीपों के साथ रामजन्मभूमि का प्रसाद कोरियर से भेजा जाएगा। इसी तरह तीसरा पैकेज 501 रुपए का है, जिसमें 21 दीप जलाए जाएंगे तथा दीपों के साथ प्रसाद, रामनामी गमछा, सरयु का जल दानदाता को कोरियर से भेजा जाएगा। चौथे पैकेज में 1100 रुपए का ऑनलाइन भुगतान करना होगा, जिसमें 51 दीप प्रज्ज्वलित होंगे। इसमें दीपों के अतिरिक्त रामलला का प्रसाद, रामनामी गमछा, सरयू जल के साथ राममंदिर का मॉडल कोरियर से भेजा जाएगा।
अत्याधुनिक सुविधाएं हो रही हैं विकसित
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण अंतिम चरणों में है, जहां 22 जनवरी 2024 को श्रीराम लल्ला का मूर्ति प्रतिष्ठान और मंदिर लोकार्पित होगा। अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या धाम की पंचकोसी और चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का सुंदरीकरण और चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके अलवा परिक्रमा मार्ग पर “रामायण कालीन” दृष्टांतों को उत्कीर्ण करने का अद्भुत कार्य गतिमान है। परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले 208 पौराणिक महत्व के स्थलों पर अनुसंधान कर उन्हें आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। वहीं अयोध्या को दीवाली के पर्व के उपलक्ष्य में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रुप से आकर्षण देखते ही बनता है, जहां दीपोत्सव का रिकार्ड भारत को एक नई पहचान दे रहा है। ‘नव्य अयोध्या’ की स्थापना के उद्देश्य से लगभग 1893 एकड़ में अत्याधुनिक नगरीय सुविधाओं से युक्त नवीन ग्रीनफील्ड वैदिक सिटी के विकास की प्रक्रिया भी गतिमान है।
मॉडल सोलर सिटी बनेगा अयोध्या
अयोध्या शहर को मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का निर्णय पहले ही योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ले लिया है। सरयू किनारे 40 मेगावॉट की सोलर विद्युत उत्पादन परियोजना के विकास का निर्णय हो या स्मार्ट सिटी के रूप में अयोध्या का विकास, इन्टेलिजेन्ट ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सिस्टम का विकास बदलती हुई अयोध्या की निशानी है। इसके अलावा यहां के प्रमुख 4 स्थानों यथा- हनुमानगढ़ी, नयाघाट, अयोध्या रेलवे स्टेशन और गुप्तारघाट पर वाई-फाई की सुविधा भी प्रदान कर दी गई है।