उत्तराखंड: भाजपा-कांग्रेस में वर्चस्व की जंग, उमेश कुमार भी दिखा रहे दम
दोनों दलों ने पांचों सीटो पर छह नए चेहरों पर खेला बड़ा दांव। बसपा ने त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के मकसद से सभी सीटों पर उतारे प्रत्याशी। हरिद्वार से निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार का अलग है जनता के बीच पहचान बनाने का अंदाज
LP Live, Dehradun: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को देवभूमि उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर होने वाले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही वर्चस्व के संघर्ष करती नजर आ रही हैं। फिलहाल पांचों सीटों पर भाजपा का कब्जा है। शायद यही कारण है कि इस दिलचस्प राजनीति के चलते इस बार इन पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा ने दो और कांग्रेस ने चार नए चेहरों पर दांव खेला है। हालांकि बसपा भी अपना वोट बैंक बरकरार रखने के लिए सभी सीटों पर चुनावी जंग में है।
उत्तराखंड की पांचों सीटों पर नामांकन जांच और वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 55 प्रत्याशी चुनावी जंग में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा 14 प्रत्याशी हरिद्वार लोकसभा सीट पर हैं, जबकि सबसे कम सात प्रत्याशी अल्मोड़ा सीट पर चुनाव मैदान में होंगे। भाजपा ने पौडी गढ़वाल सीट पर नए चेहरे के रुप में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को उतारकर मुकाबला दिलस्प कर दिया है। इसी प्रकार हरिद्वार सीट से भाजपा ने पहली बार पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत तो कांग्रेस ने पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे वीरेन्द्र रावत पर दांव खेलकर वर्चस्व की लड़ाई बना दिया। वहीं, हरिद्वार जिले के कदावर नेता खानपुर के विधायक उमेश कुमार ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप हरिद्वार सीट के चुनाव को दिलचस्प मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने नैनीताल व टिहरी सीट पर भी नए चेहरे उतारे हैं। इन लोकसभा चुनाव में खासबात ये भी है कि भाजपा और कांग्रेस के मुकाबले को त्रिकोणीय चुनावी संघर्ष बनाने के इरादे से बहुजन समाज पार्टी ने भी पांचों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि बसपा को चुनाव मैदान में आने के पीछे कांग्रेस के वोटबैंक में सेंधमारी के मकसद से भाजपा की सियासी साजिश काम कर रही है। राज्य के राजनीतिक विशेषज्ञ भी कांग्रेस के इस दावे को पुख्ता करते नजर आ रहे हैं, जिसमें बसपा प्रत्याशियों को पड़ने वाले वोट से भाजपा को राजनीतिक लाभ मिलने वाला है। जबकि बसपा पिछले चुनाव में भी अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था और वह अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाने की फिराक में है।
83.38 लाख मतदाता चुनेंगे पांच सांसद
उत्तराखंड में इस बार लोकसभा चुनाव की पांच सीटों पर 83,37,914 मतदाता मतदान करेंगे। इनमें 43,17,579 पुरुष और 40,20,038 महिला मतदाता हैं। जब कि 297 थर्ड जेंडर मतदाता है। राज्य में सर्विस मतदाताओं की संख्या 93,187 है, जिसमें 90,554 पुरुष और 2633 महिला सर्विस वोटर हैं। 1,45,220 युवा वोटर पहली बार वोटिंग करेंगे। इनमें 1363 ऐसे बुजुर्ग मतदाता भी शामिल है जो 100 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं, जिनमें सबसे ज्यादा महिलाएं शामिल है। ऐसे मतदाताओं को पोस्टल बैलेट का विकल्प लेने की सुविधा दी गई है।
हरिद्वार सीट पर सबसे ज्यादा वोटर
हरिद्वार सीट पर सबसे ज्यादा 20,31,632 और अल्मोड़ा सीट पर सबसे कम 13,37,648 मतदाता हैं।
मतदान केंद्रों की ये व्यवस्था
राज्य में कुल 11,729 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 12 पोलिंग पार्टियां मतदान से तीन दिन पूर्व पोलिंग स्टेशन के लिए प्रस्थान करेंगी। इसमें 11 पोलिंग स्टेशन उत्तरकाशी में और एक पोलिंग स्टेशन पिथौरागढ़ में चिह्नित किया गया है। 705 पोलिंग पार्टियां मतदान से दो दिन पूर्व पोलिंग स्टेशन के लिए प्रस्थान करेंगी और 11012 पोलिंग पार्टियां मतदान से एक दिन पूर्व पोलिंग स्टेशन के लिए प्रस्थान करेंगी। मतदान से दो दिन पूर्व प्रस्थान करने वाली सर्वाधिक पौड़ी में 181 और अल्मोड़ा में 136 पोलिंग पार्टियां हैं।
प्रवासी भी करेंगे मतदान
उत्तराखंड में रहने वाले जम्मू-कश्मीर के प्रवासी भी अब डाक मतपत्रों के जरिये मतदान कर सकेंगे। यह सुविधा केवल बारामूला श्रीनगर और अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट के उन मतदाताओं के लिए है, जो परिस्थितिवश पलायन कर गए थे। वहीं प्रदेश में अब सर्विस मतदाताओं से प्राप्त आवेदनों के बाद राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने इनकी संख्या तय कर दी है।
किस सीट पर कितने प्रत्याशी
उत्तराखंड की पांचों सीटों पर नामांकन जांच और वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 55 प्रत्याशी चुनावी जंग में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा 14 प्रत्याशी हरिद्वार लोकसभा सीट पर हैं, जबकि सबसे कम सात प्रत्याशी अल्मोड़ा सीट पर चुनाव मैदान में होंगे। इसके अलावा गढ़वाल में 13, टिहरी में 11, नैनीताल में 10 प्रत्याशी लोकसभा चुनाव के महाकुंभ में जनता के बीच जाएंगे।
इनके बीच होगी चुनावी जंग
उत्तराखंड की पांच सीटों पर भाजपा, कांग्रेस और बसपा ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के मकसद से सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। राज्य की टिहरी से मालाराज्य लक्ष्मी शाह, कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला और बसपा ने नीम चंद्र छुरियाल को प्रत्याशी बनाया है। जबकि गढ़वाल सीट पर भाजपा के अनिल बलूनी, कांग्रेस के गणेश गोदियाल व बसपा के धीर सिंह बिष्ट चुनाव मैदान में हैं। कुमायूं की दो सीटों में अल्मोड़ा (सुरक्षित) से भाजपा के अजय टम्टाल, कांग्रेस के प्रदीप टम्टा के बीच बसपा से नरायण राम ताल ठोक रहे हैं, तो नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट पर भाजपा के अजय भट्ट, कांग्रेस के प्रकाश जोशी और बसपा के अख्तर अली माहीगिर के बीच मुकाबला होगा। जबकि हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा ने त्रिवेंद्र सिंह रावत, कांग्रेस ने वीरेंद्र रावत तथा बसपा ने जमील अहमद को उम्मीदवार बनाया है।