मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल की ओटी में हंगामा, मरीज़ को निकाला बाहर
पैर में गैंगरीन की बीमारी के इलाज को अस्पताल पहुंचे मरीज की नही ली जा रही सुध
LP Live, Muzaffarnagar : लावारिस व्यक्ति के पैर के अंगूठे में लगी गैंगरीन बीमारी बढ़कर पैर में उपर तक पहुंच गई है। बीमारी के इलाज को खुद से जिला अस्पताल पहुंचे मरीज को स्टाफ ने वार्ड में भर्ती कर लिया, लेकिन जब शनिवार को उसके पैर के आपरेशन का समय आया तो चिकित्सक ने मरीज का कोई वारिस न होने पर उसे आपरेशन थियेटर से बाहर निकाल दिया। आपरेशन न करने पर चिकित्सक की मनमानी के विरोध में वहां हंगामा हुआ। बात सीएमएस तक भी पहुंची, लेकिन मरीज सर्जिकल वार्ड में ही तड़पता रहा।
मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल में बने रैनबसेरे में रहने वाले मुकेश नामक व्यक्ति की मानसिक स्थिति ठीक नही है। वह पिछले कई वर्षों से रैनबसेरे में ही जीवन यापन कर रहा है। गैंगरीन बीमारी के चलते उसका एक पैर पहले से कटा हुआ है। कुछ दिन पूर्व उसके दूसरे पैर के अंगूठे में भी गैंगरीन बीमारी लग गई। इलाज के लिए वह जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचा था, जहां से उसे अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया। प्रक्रिया के तहत शनिवार को सर्जन डा. पीके चतुर्वेदी को मरीज का आपरेशन करना था, लेकिन आपरेशन थियेटर में मरीज को भेजने के बाद चिकित्सक ने उस बाहर कर दिया। इस दौरान वहां के कुछ स्टाफ ने मरीज की जिदंगी बचाने की दुहाई देकर समय रहते आपरेशन करने का निवेदन किया। इस बात पर वहां हंगामा हो गया। सीएमएस डा. राकेश कुमार तक भी यह संदेश पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सक ने मरीज का आपरेशन करने से मना दिया। सूत्र बताते हैं कि चिकित्सक आपरेशन के लिए तीमारदारों से सुविधा शुल्क लेते हैं। इस कारण लावारिस का आपरेशन नही किया गया। जिला अस्पताल में सुविधा होने के बाद भी लावारिस मरीज को रैफर कर दिया गया। चिकित्सक की मनमानी के कारण मरीज शनिवार को वार्ड में ही इलाज के लिए तड़पता रहा।
क्या बोले अस्पताल के सीएमएस
आपरेशन थियेटर में हंगामे की सूचना मुझे नही मिली है। चिकित्सक ने लावारिस मरीज को आपरेशन थियेटर से बाहर निकाला है तो इस मामले की जांच कराई जाएगी। मरीज के बारे में पता कर उसे पर्याप्त इलाज दिलाया जाएगा।
– डा. राकेश कुमार, सीएमएस जिला अस्पताल