मूल्याकंन का था बहिष्कार, डीआइओएस ने समझाया


LP Live, Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परिषद की कापियों का मूल्याकंन कार्य शनिवार को विरोध के बीच हुआ। मूल्यांकन से पहले सुबह के समय शिक्षकों ने मूल्याकंन बहिष्कार की तैयारी कर बहिष्कार करने की तैयारी की थी। यह बात डीआइओएस तक पहुंची तो उन्होंने सख्ती दिखाई और मांगों को लेकर शिक्षकों के साथ देने का आश्वासन दिया। इसके बाद शिक्षकों ने खुशी-खुशी मूल्याकंन कार्य किया और मांगों को लेकर एक ज्ञापन उन्हें दिया। मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने डीआईओएस को मूल्यांकन के बाद ज्ञापन दिया। शिक्षकों ने वाराणसी के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या के बाद शिक्षकों द्वारा की गई मांगे पूर्ण नहीं होने पर नाराजगी जताई। जल्द मांगे पूर्ण करने की मांग हुई। इस दौरान संदीप कौशिक, सुचित्रा सैनी आदि मौजूद रहे।

विरोध के बाद भी हुआ इतना मूल्याकंन: मुजफ्फरनगर में शनिवार को नगर के इस्लामिया इंटर कालेज में 398 परीक्षक ने मूल्यांकन कार्य किया और 100 अनुपस्थित रहे। चौधरी छोटूराम इंटर कालेज में 385 परीक्षकों ने 7891 कापियों का मूल्यांकन किया। केंद्र पर 105 अनुपस्थित रहे। डीएवी इंटर कालेज में 108 परीक्षकों ने कापियां की जांची की और 52 नहीं पहुंचे। राजकीय इंटर कालेज में 242 परीक्षकों ने मूल्यांकन किया 25 अनुपस्थित रहे। एसडी इंटर कालेज में 121 परीक्षकों ने कापियों की जांच की। 49 परीक्षक अनुपस्थित रहे। डीआईओएस डा. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया शनिवार को 45,942 कापियों की जांच हुई। अभी 60,556 कापियों की जांच शेष है, जो 31 मार्च तक पूर्ण होगा। शिक्षकों की मांगों को लेकर उच्च अधिकारियों से बात की जा रही है।
