पी20 सम्मेलन: संयुक्त घोषणा पत्र पर आम सहमति भारत की बड़ी उपलब्धि
नई दिल्ली पी20 शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे सफल सम्मेलन: बिरला


विधायी प्रारूपण के लिए जी20 देश डोमेन नॉलेज के लिए बनाएंगे एक समूह
भारत आतंकवाद के सभी स्वरूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा करता है: लोक सभा अध्यक्ष
LP Live, New Delhi: जी20 देशों की संसदों के अध्यक्षों का नौवां पी20 शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे सफल सम्मेलन साबित हुआ। इस सम्मेलन में जहां संयुक्त घोषणा पत्र पर आम सहमति भारत की बड़ी उपलब्धि रही, वहीं वैश्विक शांति और समृद्धि में बाधक आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने के लिए सामूहिक संकल्पशक्ति के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई गई।
भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली के अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र ‘यशोभूमि’ में जी20 के देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारियों के आयोजित पी20 शिखर सम्मेलन में हुई चर्चा की जानकारी देते हुए रविवार को संसद परिसर में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह बात कही। ओम बिरला ने कहा कि सम्मेलन में भारत ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा करते हुए वैश्विक शांति और समृद्धि का आह्वान किया। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और डेटा सुरक्षा का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि सम्मेलन में कुछ देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के विश्वसनीय और उत्तरदायित्वपूर्ण प्रयोग और डेटा सुरक्षा पर बल दिया। सभी देशों ने उत्तरदायित्वपूर्ण एआई विकास और डेटा सुरक्षा से संबंधित आयामों पर फोकस करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस सम्मेलन में पी20 देशों ने विधायी प्रारूपण हेतु डोमेन ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक समूह बनाने पर सहमति भी वक्त की है। बिरला ने कहा कि जी20 सम्मेलन में प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में संयुक्त घोषणा पत्र पर आम सहमति के बाद पी 20 में भी देश संयुक्त घोषणा पत्र पर आम सहमति बनाने में भारत सफल रहा, जिस पर पिछले वर्ष इंडोनेशिया में सहमति नहीं बन सकी थी।

तीस देशों ने की हिस्सेदारी
बिरला ने कहा कि नई दिल्ली पी20 शिखर सम्मेलन शिष्टमंडलों की भागीदारी के मामले में अब तक का सबसे सफल सम्मेलन रहा। इस सम्मेलन में जी20 देशों के अलावा 10 अन्य आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। यानी इस शिखर सम्मेलन में 29 देशों से 37 अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और शिष्टमंडलों के नेताओं ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि अफ्रीकी संघ को जी20 के सदस्य के रूप में शामिल किए जाने के बाद पैन-अफ्रीकी संसद ने पहली बार पी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सेदारी की। जी20 और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के अलावा 48 संसद सदस्यों समेत कुल 436 प्रतिनिधियों ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
महिलाओ के नेतृत्व वाले विकास पर सहमति
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बताया कि सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल के अनुरूप भारत की प्रेरक भूमिका के तहत महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को प्रोत्साहित करने पर सहमति बनी और सभी देशों ने भारतीय संसद द्वारा पारित नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 का स्वागत किया। वहीं जलवायु परिवर्तन को विश्व के समक्ष प्रमुख चुनौती व खतरे से निपटने के लिए अनेक पहल पर पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली (लाइफ) की अवधारणा पर सार्थक चर्चा की गई।
जी20 देशों की संसदों में होगी मिशन लाइफ पर चर्चा
बिरला ने बताया कि पी20 सम्मेलन में खासबात ये रही कि अब भारत के मिशन लाइफ पर जी20 के सभी देशों की संसदों में अब मिशन लाइफ पर विशेष चर्चा की जाएगी, तथा पूरे देश को पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपनाने का संदेश दिया जाएगा। मसलन भारत के नेतृत्व में पूरी दुनिया के लोग पृथ्वी, पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा के लिए एकजुट होंगे और एक-दूसरे की बेस्ट प्रेक्टिसेज और प्रयासों को साझे करते हुए सभी एक स्वस्थ और आदर्श जीवनशैली की ओर बढ़ सकेंगे। डिजिटल प्लेटफार्म्स की भूमिका विषय पर हुई चर्चा पर बिरला ने बताया कि सम्मेलन के दौरान सभी देशों ने आमजन के जीवन में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने में डिजिटल प्लेटफार्म्स की भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने आगे कहा कि सभी देशों ने सहमति जताई, ताकि इससे सर्विस डिलिवरी और इनोवेशन को सुगम बनाया जा सके।
