यूपी के गोंडा में बेपटरी हुई चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन
पटरी से उतरे 14 डिब्बे पलटने से दो की मौत, 31 घायल


रेलवे ने मृतक परिवारों को किया दस-दस लाख रुपये का मुआवजे का ऐलान
LP Live, New Delhi: देश में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुरुवार को गोंडा रेलवे स्टेशन से गोरखपुर वाया डिब्रूगढ़ जा रही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 14 बोगियां पटरी से उतरकर पलट गईं। इस हादसे में दो यात्रियों की मौत और करीब तीन दर्जन घायल हो गये, वहीं दो यात्रियों की टांगे कट गई है। सरकार ने इस हादसे में मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख, गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया गया है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन चंडीगढ़ से बुधवार की रात 11.59 बजे डिब्रूगढ़ के लिए चली थी। जो गुरुवार को गोंडा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 2.25 बजे पहुंची और तीन मिनट बाद 2.28 बजे रवाना हुई। अभी यह ट्रेन गोंडा मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर मोतीगंज-झिलाही बाजार के बीच में पिकौरा गांव के पास पहुंची थी कि करीब 2.41 बजे ट्रेन बेपटरी होकर पलट होती चली गई और 14 कोच पटरी से उतरकर पलट गये। पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर के अनुसार 24 बोगियों वाली ट्रेन के इंजन के बाद एसी की छह बोगियां लगीं थीं, जिसमें दो बोगी पटरी से उतरकर नीचे गिरीं, इसके बाद एसी की चार अन्य बोगियां भी पटरी से लटक गईं। गाड़ी की रफ्तार सौ किमी प्रतिघंटे से अधिक होने के चलते अचानक ब्रेक लगाना प्रमुख कारण रहा। जिनमें दो एसी कोच रेल पटरी के बगल खंती में भरे पानी में पलट गये। इस हादसे का कारण रेलवे पटरी के दोनों तरफ जलभराव होने के कारण रेलव ट्रैक बैठने के कारण बताया जा रहा है, जिसके कारण कोचों के बेपटरी होने से लगभग 500 मीटर तक ट्रैक उखड़ गया और इलेक्ट्रिक लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने जानकारी दी है कि इस रेल हादसे की रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) जांच करेंगे। रेल मंत्रालय ने हादसे में मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख, गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख और सामान्य चोटिल मुसाफिरों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। दुर्घटना में घायलों को गोंडा मेडिकल कॉलेज में इलाज अधिकारियों की निगरानी में हो रहा है।

ग्रामीणों ने शीशे तोड़कर यात्रियों को निकाला
घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने कोचों के शीशे तोड़कर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकालने का कार्य किया। इस हादसे में दो यात्रियों की मौके पर मौत होने की खबर है। जबकि दो अन्य यात्रियों को टांगे कट जाने के कारण मरणासन्न हालत में लखनऊ रेफर कर दिये गये। वहीं तीन दर्जन यात्रियों के और घायल होने की खबर है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेल हादसे की खबर मिलने पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां एसडीआरएफ, पुलिस व आरपीएफ के जवानों ने तेजी के साथ राहत व बचाव कार्य शुरु कराया। हादसे के चलते 11 ट्रेनों को दूसरे रेल मार्ग से निकाला जाएगा।
रेलवे ने जारी किये पांच हेल्पलाइन नंबर
पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों की मदद की कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। रेल यात्रियों की मदद एवं अन्य जानकारी के लिए रेलवे द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं। वहीं हादसे के चलते इस रूट पर आने व जाने वाली सभी ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया है। लखनऊ से वाया अयोध्या गोरखपुर के लिए ट्रेनें रवाना की जाएंगी। गोंडा के लिए 8957400965, लखनऊ के लिए 8957409292, सीवान के लिए 9026624251, छपरा के लिए 8303979217 तथा देवरिया सदर के लिए 8303098950 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। वहीं डीएम गोंडा ने कंट्रेाल रूम का नंबर 05262- 230125, 358560 नंबर जारी किया है।
सीएम योगी ने दिये आवश्यक निर्देश
रेल हादसे की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य तेजी से कराने का निर्देश दिया। उन्होंने घायलों के समुचित इलाज कराने के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी पीड़ितों को हरसंभव मदद मुहैया कराने के निर्देश दिये। वहीं हादसे के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। वहीं नजदीकी जिलों में तैनात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी तत्काल मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए गये।
