श्रीराम कालेज आफ ला में विधि की अनन्यता विषय पर सेमिनार
LP Live, Muzaffarnagar: श्रीराम कालेज आफ ला के प्रांगण में विधि की अनन्यता विषय पर सोमवार को एक सेमिनार हुआ। इस दौरान अतिथियों और छात्र-छात्राओं ने विधि विषय पर अपनी राय प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भानुप्रताप सिंह (नवनियुक्त एडीजे, झारखण्ड़) ने किया। इसके अलावा डॉ0 राजेष गर्ग, पूर्व डीन विधि चौधरी चरण सिंह विष्वविद्यालय, मेरठ, डॉ0 पंकज त्यागी, प्रोफसर विधि विभाग एम0एम0एच0 कॉलेज गाजियाबाद, डॉ0 अषोक कुमार, प्रवक्ता विधि विभाग, एन0ए0एस0 कॉलेज, मेरठ, डॉ0 अनिल सिंह, प्रवक्ता विधि विभाग, एम0एम0एच0 कॉलेज गाजियाबाद, डॉ0 आर0 पी0 सिंह, निदेशक श्रीराम कॉलेज आफ लॉ, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रवक्ता आंचल अग्रवाल ने बताया कि कालेज करीब 18 वर्ष से विधि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है। प्राचार्या डा. पूनम शर्मा का भी यही उद्देश्य है कि सभी छात्रों को सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ-साथ प्रयोगात्मक ज्ञान की भी प्राप्ति हो सके। इसी लिए कालेज के प्रांगण में विधि से सम्बन्धित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जाता है। इसके बाद महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के द्वारा भी विचार प्रस्तुत किये गये। बीएएलबी पंचम वर्ष के छात्र शशांक अग्रवाल ने विधि की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए कह कि विधि एक सामाजिक विज्ञान है, और इसका प्रमुख उद्देश्य पीड़ितों को न्याय दिलाना है। विधि न केवल हमारे समाज को नियंत्रित करती है बल्कि समाज को अपराध मुक्त बनाने में भी मदद करती है। एलएलबी द्वितीय वर्ष की छात्रा ओशी सिंह ने पीपीटी के माध्यम से कालेज का परिचय दिया। इसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भानुप्रताप सिंह ने श्री राम कालेज आफ ला के छात्र-छात्राओं को कहा कि सेमिनार का विषय विधि की अनन्यता है। उन्होंने अनन्यता शब्द को परिभाषित किया कि वास्तव में विधि जो अनन्य है वो हमें शक्ति प्रदान करती है। जो कि हमें अच्छा नागरिक बनाती है, उन्होंने छात्र शशांक के कथन का भी समर्थन किया और अधिवक्ता और जज के बीच का अंतर बताया। इसके बाद डा. राजेश गर्ग आदि ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर कालेज के शिक्षक और विद्यार्थियों का सहयोग रहा। कार्यक्रम में प्रवक्ता संजीव तोमर, सोनिया गौड़, राखी ढ़िलौर, सबिया खान, रेखा ढ़िलौर, अनु चौधरी, राममनू प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।