जिला अस्पताल में हार्ट यूनिट बंद करने की तैयारी
LP Live, Muzaffarnagar: दिल के रोगी जिले में बढ़ रहे हैं, लेकिन उनके सस्ते इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग बेबस हो गया है। जिला अस्पताल में चल रहे ह्दय रोग विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सक डा. बीके जैन का वीआरएस मंजूर होने के बाद उन्होंने बुधवार से अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं, जिसके चलते सीएमएस ने ह्दय रोग विभाग के गेट पर चिकित्सक नहीं मिलने तक सेवाएं बंद करने का पोस्टर चस्पा किया है।
सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के चलते कई सेवाएं पहले से ही बाधित चल रही हैं। जिला अस्पताल में करीब 2004 से ह्दय रोग विशेषज्ञ के रूप में मरीजों को सेवाएं दे रहे डा. बीके जैन मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए। इसके चलते बुधवार से उन्होंने जिला अस्पताल के ह्दय रोग विभाग में बैठना बंद कर दिया। पहले ही दिन बड़ी संख्या में मरीजों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. राकेश सिंह ने यूनिट के संचालन के लिए वरिष्ठ परामर्शदाता को जिम्मेदारी दी, लेकिन उन्होंने पहले से ही अन्य अतिरिक्त काम के चलते असमर्थता व्यक्त की। इसके बाद शाम को हार्ट यूनिट नहीं चल पाने की दशा में स्टाफ को अन्य जगह स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। वहीं यूनिट के गेट पर पोस्टर लगा दिया, जिसमें स्पष्ट लिखा गया कि चिकित्सक सेवानिवृत्त हो गए हैं। दूसरे चिकित्सक आने पर ही सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। हार्ट यूनिट में प्रतिदिनकी ओपीडी 150 से अधिक होती थी।
2004 से सेवाएं दे रहे थे चिकित्सक डा. बीके जैन
जिला अस्पताल का ह्दय रोग विभाग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. बीके जैन के भरोसे चल रहा था। डा. जैन ने 21 दिसंबर 2004 को जिला अस्पताल में ज्वाइंन किया था। तब से सिंबतर 2024 में 63 वर्ष के आयु में उनकी सेवानिवृत्ति हुई। इस बीच छह महीने के लिए ही उन्हें मेरठ में तैनात किया गया था, लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं मिलने पर वापस बुलाया गया था। डा. बीके जैन ने बताया 62 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्ति होनी थी, लेकिन शासन ने सेवानिवृत्ति के लिए 65 वर्ष की आयु निर्धारित की, लेकिन आवेदन करने पर 63 वर्ष में उनका वीआरएस मंजूर हो गया।
सीएमओ बोले,
जिला अस्पताल के ह्दय रोग विभाग में तैनात एकमात्र विशेषज्ञ चिकित्सक डा. बीके जैन को स्वेच्छा सेवानिवृत्ति मिली है। अब बिना चिकित्सक के कैसे यूनिट चलेगी, यह तो सीएमएस देखेंगे। शासन से ही चिकित्सक आने पर यूनिट का संचालन हो सकेगा।
– डा. महावीर सिंह फौजदार, सीएमओ