बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट ने ऐसे पकड़ी रफ्तार
मुंबई-अहमदाबाद के बीच पहली माउंटेन टनल का काम पूरा

एनएचएसआरसीएल ने 10 महीने में कराया निर्माण
LP Live, New Delhi: देश में बुलेट ट्रेन का सपना साकार करने की दिशा में केंद्र सरकार इस महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए पहले माउंटेन टनल का निर्माण पूरा किया गया। इसका कार्य नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी एनएचएसआरसीएल ने दस महीने में पूरा किया। देश में साल 2027 तक बुलेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य है।
एनएचएसआरसीएल के अपर महाप्रबंधक की प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन को दौड़ाने के लिए हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए वलसाड में पहले माउंटेन टनल का निर्माण का कार्य पूरा करके प्रोजेक्ट को गति दी गई है। इस 350 मीटर लंबी इस टनल से बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर की रफ्तार के साथ मुंबई और अहमदाबाद के बीच दौड़ेगी और इस सफर को 127 मिनट में पूरा करेगी। मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए पहले माउंटेन टनल का निर्माण करने में 10 महीने का समय लगा। प्रवक्ता के अनुसार यह माउंटेन टनल गुजरात के वलसाड जिले के उम्बरगांव तालुका के ज़ारोली गांव से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इन टनल का निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड द्वारा किया गया है। इन टनल के निर्माण में काफी जटिल था और बेहद नियंत्रित करके विस्फोट करके वेस्टर्न घाट के माउंटेन के नीचे मलबे को काटकर हटाया गया है।

ये हैं सुरंग की विशेषताएं
सुरंग का निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड द्वारा किया जा रहा है, जिसमें सुरंग के मुख पर ड्रिल छेद का अंकन, छिद्रों की ड्रिलिंग, विस्फोटकों का चार्ज करना, नियंत्रित ब्लास्टिंग और गंदगी हटाना (चट्टान के टुकड़े नष्ट करना) जैसे जटिल कार्य किये गये हैं। इस माउंटेन टनल की मुख्य विशेषताओं पर गौर करें, तो सुरंग की कुल लंबाई 350 मीटर, व्यास 12.6 मीटर, सुरंग कीऊंचाई 10.25 मीटर और सुरंग का आकार सिंगल ट्यूब हॉर्स-शू आकार का है। इस टनल में बुलेट ट्रेन के दो ट्रैक होंगे।
