शुकतीर्थ गंगा घाट के गंदे पानी को लेकर NGT ने बनाई जांच टीम, जाएगी लक्सर
LP Live, Muzaffarnaga/ Roorkee: उत्तराखंड के लक्सर में संचालित शुगर मिल और डिस्टलरी से छोड़ा जा रहा जहरीला पानी शुकतीर्थ की बाणगंगा का दूषित कर रहा है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार उद्योगिक इकाई के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा रहा है, लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा है। अब इस मामले में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) सख्त हुआ है। NGT ने बाणगंगा में मिलने वाले दूषित जल को राेकने के लिए संयुक्त जांच टीम घोषित की है, जो उत्तराखंड के लक्सर क्षेत्र में पहुंचकर उद्योगों की जांच कर रिपोर्ट देगी।
मुजफ्फरनगर के मोरना क्षेत्र में धार्मिक स्थल शुकतीर्थ है, जिसमें गंगा घाट बना हुआ है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते है। पिछले कई महीनों से गंगाघाट पर दूषित पानी आने से साधू-संतों के साथ श्रद्धालु परेशान है। पानी जहरीला होने से रंग बदल रहा है और आक्सीजन कम होने से मछलियां मर रही है। इस मामले में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने मार्च 2023 में संज्ञान लिया था और उत्तराखंड के लक्सर क्षेत्र के शेखपुरा स्थित शुगर मिल और डिस्टलरी से छोड़ा जा रहा जहरीला पानी बाणगंगा मिलने का कारण स्पष्ट हुआ था। प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने भोपा थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई थी। इसकी सूचना सीपीसीबी और यूपीसीबी को भी भेजी गई थी। मामला एनजीटी अफसरों के समक्ष पहुंच गया है। सोमवार को एनजीटी दिल्ली कार्यालय से पत्र जारी किया गया है। इसमें गंगाघाट का पानी जहरीला होने पर संयुक्त जांच कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में सीपीसीबी, यूपीसीबी, उत्तराखंड पर्यावरण बचाव टीम के साथ मुजफ्फरनगर और हरिद्वार जिले के डीएम को शामिल किया गया है। यह अधिकारी लक्सर के उद्योगिक क्षेत्र में पहुंचकर इकाइयों की जांच करेंगे। इस दौरान इकाइयों के इटीपी व एसटीपी की जांच होगी। वेस्ट वाटर छोड़ने वाली इकाइयों पर भी ध्यान रखना है। एक सप्ताह में जांच पूर्ण कर एनजीटी को रिपोर्ट भेजनी है।
क्या कहते हैं मुजफ्फरनगर के अफसर
जिला अधिकारी मुजफ्फरनगर अरविंद मल्लप्पा बंगारी का कहना है, उत्तराखंड के लक्सर में आरबीएनएस शुगर मिल और डिस्टलरी का मामला कई महीनों से चल रहा है, जिसके संबंध में लगातार कार्यवाही भी हो रही है। एनजीटी ने जो आदेश दिया है। उसका पालन करते हुए जांच की जाएगी। उधर, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी अंकित सिंह का कहना है, गंगा घाट पर पानी गंदा होने के चलते भोपा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।