मुजफ्फरनगर में चार लेखपाल सस्पेंड, किया था ये काम
चकबंदी लेखपाल पर धौलरा के किसान से 50 हजार रुपये लेने का आरोप लगा। रोनी हरजीपुर में धीर सिंह की प्रतिमा लगाने पर हुए विवाद में फंसे

LP Live, Muzaffarnagar: सरकारी दायित्व में अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार के आरोप में चार लेखपालों को सस्पेंड किया गया है। चरथावल के गांव रोनीहरजीपुर में धीर सिंह की प्रतिमा लगाने को लेकर हुए विवाद में डीएम-एसएसपी के मौके पर पहुंचने के बावजूद संबंधित लेखपाल नहीं पहुंचे थे और अधिकारियों का फोन भी नहीं उठाया। वहीं गांव धौलरा के किसान से 50 हजार रुपये के लेने के आरोप में अन्य लेखपाल पर गाज गिरी है।
गांव रोनी हरजीपुर में पांच दिन पहले सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सेनापति धीर सिंह की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद हो गया है। यह विवाद आधी रात तक चला। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी संजीव सुमन समेत जनपद स्तरीय अधिकरियों मौके पर पहुंचे थे। इस मामले में लेखपाल मनीष कुमार मौके पर नहीं पहुंचे। उन्होंने उच्चाधिकारियों के फोन भी रिसीव नहीं किए। इस मामले में एसडीएम सदर ने कार्रवाई करते हुए लेखपाल मनीष कुमार को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में उनकी गंभीर लापरवाही सामने आई है। रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को नहीं दी गई, जबकि कई दिनों से मामला चल रहा था। निलम्बन अवधि में लेखपाल मनीष कुमार को राजस्व निरीक्षक कार्यालय से अटैच किया गया है। उधर, एसडीएम सदर परमानंद झा ने लेखपाल सोनिका और गौरव कुमार को भी सस्पेंड कर दिया। एसडीएम सदर ने बताया कि लेखपाल गौरव कुमार काफी समय से गायब चल रहे हैं। सूचना का संज्ञान भी नहीं ले रहे हैं, जिस कारण उन्हें सस्पेंड किया गया है। वहीं गांव ढिंढावली की लेखपाल सोनिका पर अधिकारियों के साथ अभद्रता करने का आरोप है। सोनिका को अनाशासनहीनता के मामले में सस्पेंड किया गया है। इसी क्रम में तितावी निवासी विक्रम सिंह ने लेखपाल मांगेराम के खिलाफ 50 हजार रुपये की रिश्वत लेने की शिकायत की थी। जिसकी जांच एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने की। जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। जिसके चलते बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी राकेश कुमार सागर ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। सभी मामलों की पुष्टि एसडीएम सदर परमानंद झा ने की है।
