पंजाब में आंदोलन, दिल्ली से उत्तराखंड तक लडखड़ाया रेल का संचालन


LP Live, Meerut: पंजाब में चल रहे किसानों के आंदाेलन की मार दिल्ली से उत्तराखंड तक पड़ रही है। ट्रेनों के लेट और रद्द होने के कारण मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर सहित आसपास के लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शुक्रवार को सुबह से शाम तक ट्रेनों के सिग्नल नहीं मिल पाए। ट्रेनों के इंतजार में यात्री 10-10 घंटे तक रेलवे स्टेशन पर बैठे रहे। रेलवे अधिकारी भी यात्रियों को ट्रेनों की सही स्थिति नहीं बता बाए। उधर, सुपर एक्सप्रेस ट्रेन को रेलवे ने रद्द कर दिया और कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटों लेट स्टेशनों पर पहुंची।

पंजाब में किसान आंदोलन कर रहे है, जिस असर दिल्ली से लेकर पंजाब तक चलने वाली ट्रेनों पर पड़ रहा है। इससे यात्रियों को अधिक परेशान झेलनी पड़ रही है। इस समस्या के चलते शुक्रवार सुबह से ही रेल यातायात लड़खडया हुआ है। मुजफ्फरनगर-मेरठ के रास्ते पंजाब की और चलने वाली ट्रेनें अधिकतम 10 घंटे लेट चली। इसी कड़ी में गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस ट्रेने मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर 10 घंटे सुबह को पहुंची, जबकि ट्रेन का सहारनपुर से मेरठ के बीच रेलवे स्टेशन पर पहुंचने का इंतजार यात्री शुक्रवार तड़के से करते रहे। वहीं अमृतसर से बिलासपुर तक चलने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से 9 घंटे से अधिक लेट रही। शुक्रवार सुबह 11 बजे तक छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर पहुंच पाई। इसके अलावा जम्मूतवी से नई दिल्ली के बीच चलने वाली शालीमार एक्सप्रेस का दिनभर सिग्नल लड़खड़ाया रहा। स्टेशनों पर बैठ अधीक्षकों को भी ट्रेने की लोकेशन नहीं मिल पाई। शाम साढ़ पांच बजे तक भी सहारनपुर ट्रेन नहीं पहुंचने पर सहारनपुर से लेकर मेरठ तक यात्री स्टेशनों पर इस ट्रेने का इंतजार करते रहे। उधर, पहले से ही लेट चल रही ट्रेनों को देखकर रेलवे के दिल्ली मंडल के अधिकारियों ने सुपर एक्सप्रेस ट्रेन का रद्द कर दिया, जिसकी घोषणा रेलवे स्टेशनों पर कर यात्रियों को सूचना दी गई। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि पंजाब में किसानों के आंदोलन के चलते ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 10 घंटे तक लेट पहुंची। सुपर एक्सप्रेस रद्द की गई। शालीमार एक्सप्रेस की लोकेशन शाम तक भी नहीं मिल पाई। इस कारण यात्री स्टेशन पर ट्रेनों के इंतजार में बैठे रहे।
