उत्तर प्रदेशदुनियादेशराजनीति

भारत वैश्विक विकास में भागीदारी को तैयार: पीएम मोदी

वाराणसी में जी-20 शिखर बैठक के समापन में बोले प्रधानमंत्री

काशी सदियों से संस्कृति और आध्यात्मिकता का केंद्र रही है : पीएम मोदी
LP Live, Varansi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि काशी सदियों से ज्ञान, चर्चा, बहस, संस्कृति और आध्यात्मिकता का केंद्र रही है, ये भारत की विविध विरासत का सार भी है जहां, देश के सभी हिस्सों के लोगों का सम्मिलन होता है। उन्होंने कहा कि विश्व के विकास में भारत अपने अनुभवों के साथ हर मदद करने के लिए आगे रहेगा।

पीएम मोदी ने वाराणसी में चल रही तीन दिवसीय वाराणसी में तीन दिवसीय चल रहे जी-20 सम्मेलन के समापन पर विकास मंत्रियों की बैठक को वीडियों कांफ्रेंस के माध्यम से प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ग्लोबल साउथ के लिए विकास एक प्रमुख मुद्दा है। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण उत्पन्न व्यवधानों से वैश्विक दक्षिण के देश गंभीर रूप से प्रभावित हुए थे, जबकि भू-राजनीतिक तनाव के कारण खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट के लिए जिम्मेदार थे। ऐसी परिस्थितियों में आपके द्वारा लिए गए निर्णय पूरी मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को पीछे नहीं आने देना लोगों की सामूहिक जिम्मेदारी है। ग्लोबल साउथ को इसे प्राप्त करने के लिए आवश्यक कार्य योजना के बारे में दुनिया को एक मजबूत संदेश भेजना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में डिजिटलीकरण एक क्रांतिकारी बदलाव लाया है जहां लोगों को सशक्त बनाने, डेटा को सुलभ बनाने और समावेशिता सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी का एक उपकरण के रूप में उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में भारत दुनिया के विकास में हरसंभव मदद करने को तैयार है, जिसमें पर्यावरण पर ध्यान केंद्रित कर दुनिया को बचाने का प्रयास बेहद जरुरी है।

समावेशी प्रयास होना जरुरी
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे प्रयास व्यापक, समावेशी, निष्पक्ष और टिकाऊ होने चाहिए और एसडीजी को पूरा करने के लिए निवेश बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए और साथ ही कई देशों द्वारा सामना किए जा रहे ऋण जोखिमों को दूर करने के लिए समाधान खोजने चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पात्रता मानदंड का विस्तार करने के लिए बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों में सुधार किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वित्त जरूरतमंद लोगों के लिए सुलभ है। उन्होंने बताया कि भारत में सौ से अधिक आकांक्षी जिलों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास किए गये हैं जो अल्प-विकास वाले पॉकेट थे। ये आकांक्षी जिले अब देश में विकास के उत्प्रेरक के रूप में उभरे हैं, क्योंकि उन्होंने जी-20 विकास मंत्रियों से विकास के इस मॉडल का अध्ययन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत में, हम नदियों, पेड़ों, पहाड़ों और प्रकृति के सभी तत्वों के लिए बहुत सम्मान रखते हैं। प्रधानमंत्री ने पारंपरिक भारतीय विचार को वन प्लैनेट समर्थक जीवन शैली को बढ़ावा देने वाला बताया।

विकास में महिला सशक्तिकरण अहम
प्रधानमंत्री ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ मिशन लाइफ की लॉन्चिंग को याद करते हुए कहा कि यह समूह उच्च स्तरीय सिद्धांतों का एक सेट विकसित करने के लिए काम कर रहा है। एसडीजी को प्राप्त करने में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि भारत महिला सशक्तिकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास कार्यों तक इसका फैलाव है। पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि महिलाएं विकास का एजेंडा तय कर रही हैं और विकास और परिवर्तन की एजेंट भी हैं। उन्होंने सभी से महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए गेम-चेंजिंग एक्शन प्लान अपनाने का आग्रह किया।

admin

लोकपथ लाइव वेबसाइड एक न्यूज बेवसाइट है। यहां खबरों के साथ देश के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का परिचय भी उनकी उपलब्धियों के साथ कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हमारा मकसद आप तक सच्ची खबरें तथ्यों के साथ पहुंचाना है। लोकपथ लाइव पर अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय सहित विभिन्न राज्यों के जिलों और गांव तक की ताजा खबरें पढ़ सकते हैं। - प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button