वकीलों की चौथे दिन भी हड़ताल जारी, टाइपिस्टों को दिए निर्देश
LP Live, muzaffarnagar: गाजियाबाद में न्यायाधीश व वकीलों के बीच हुए दुर्व्यवहार के विरोध में वकील चौथे दिन गुरुवार को हड़ताल रही। वकीलों ने न्यायिक कार्यों से भी विरत रहे। ऐसे में वादकारियों को परेशानी हुई। इसके साथ ही वकीलों ने कचहरी में बैठे टाइपिस्टों को भी बंद करने के निर्देश दिए।
गत 29 अक्तूबर को गाजियाबाद में न्यायाधीश द्वारा वकीलों से दुर्व्यवहार का आरोप है। जिसके बाद वहा न्यायाधीश द्वारा पुलिस बुलवा लेने पर बवाल हुआ था। आरोप था कि पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। मारपीट में कई वकील घायल हो गए थे। इस प्रकरण को लेकर वकीलों में रोष है। गत सोमवार को मुजफ्फरनगर में जिला बार एसोसिएशन व सिविल बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों ने कचहरी में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। वकीलों ने कहा कि गाजियाबाद न्यायाधीश ने अपने पद की गरिमा के विपरीत कार्य किया है। उन्होंने उनके तत्काल निलम्बित की मांग की है। वहीं लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। चौधे दिन वकीलों ने कचहरी में बैठे टाइपिस्टों से भी वकीलों ने भी बात की। उन्हें भी कार्य बंद करने के लिए कहा गया। धरने पर सुरेंद्र मलिक, अशोक कुशवाहा, अशोक चौहान, जितेंद्र पाल सिंह, डा. मीरा सक्सेना, अनिल दिक्षित, प्रवीण कुमार खोखर, सौरभ पंवार, आदेश कुमार, अश्वनी शर्मा, राकेश पाल, ललित पंवार, संदीप मलिक, संदीप त्यागी, अजमेर सिंह, आजम अब्बास, हर्षित शर्मा, बृजबंधु आदि धरने पर शामिल रहे।