लाला हरबंस लाल की स्मृति में लगे शिविर में 333 मरीजों की हुई आखों की जांच
समाजसेवी सतीश गोयल ने नेत्र रोगियों की सेवा के लिए वरदान संस्थान को एक 32 सीटर एम्बुलेंस प्रदान की
LP Live, Muzaffarnagar: प्रमुख उद्योगपति एवं समाजसेवी स्वर्गीय लाला हरबंस लाल गोयल एवं स्वर्गीय विमलावती देवी की स्मृति में वरदान धर्मार्थ नेत्र सेवा संस्थान गाजियाबाद के सहयोग से एमजी पब्लिक स्कूल परिसर में आंखों का निश्शुल्क विराट चिकित्सा शिविर लगाय गया। इस अवसर पर नेत्र रोगियों की सेवा के लिए वरदान संस्थान को एक 32 सीटर एम्बुलेंस
प्रदान की। 333 मरीजों को इस शिविर में लाभ उठाया।
रविवार को एमजी पब्लिक स्कूल प्रांगण में आयोजित निश्शुल्क विराट नेत्र चिकित्सा शिविर के आयोजन अवसर पर मैनेजमेंट कमेटी के पदाधिकारियों, चिकित्सकों और नेत्र रोगियों का स्कूल प्रिंसीपल मोनिका गर्ग ने स्वागत किया। शिविर का शुभारंभ एमजी चेरिटेबिल ट्रस्ट के चेयरमैन सतीश चंद गोयल द्वारा सीनियर सर्जन डा. एससी गुप्ता, वरदान नेत्र सेवा संस्थान गाजियाबाद के सचिव विजय शंकर के साथ किया गया। इससे पूर्व सभी ने स्कूल प्रांगण में स्थित स्वर्गीय हरबंस लाल गोयल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
एमजी चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन सतीश गोयल की उपस्थिति में नेत्र रोगियों के सहयोग के लिए वरदान धर्मार्थ नेत्र सेवा संस्थान, गाजियाबाद को शिविर के दौरान स्व. लाला हरबंस लाल गोयल के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में आशा गुप्ता मनोहर लाल गुप्ता चैरिटेबिल ट्रस्ट मुजफ्फरनगर की ओर से एक 32 सीटर एम्बुलेंस अथर्व गोयल द्वारा भेंट की गई, जिसे आपरेशन के लिए चयनित नेत्र रोगियों को स्कूल प्रांगण से गाजियाबाद के लिए रवाना किया गया। सतीश चंद गोयल ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम इस शिविर के माध्यम से सेवा के दायरे को बाबू जी सपनों के अनुसार वृहद करने का काम करें। शिविर में 333 नेत्र रोगियों ने पंजीकरण कराकर चिकित्सीय परामर्श का लाभ उठाया। इनमें से 86 रोगियों को मोतियाबिन्द के आपरेशन के लिए चुना गया। इस दौरान एमजी चेरिटेबिल ट्रस्ट के चेयरमैन सतीश चंद्र गोयल, सीनियर सर्जन डा.एससी. गुप्ता, एमजी पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के कोषाध्यक्ष रोहित सिंघल, विनीत सिंघल, वरदान नेत्र सेवा संस्थान गाजियाबाद के सचिव विजय शंकर, सीए अजय अग्रवाल, निखिल छाबड़ा एडवोकेट, स्कूल के शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं स्टाफ का भी सराहनीय योगदान रहा।