बुराई करने से कम नही होती अच्छे लोगों की कीमत
LP Live, Muzaffarnagar: गुरु सुदर्शन लाल महाराज के उत्तराधिकारी गुरूदेव नरेश चंद्र महाराज ने कहा कि बुराई अथवा निंदा करने से अच्छे लोगों की कीमत कम नहीं होती है, उनकी कीमत बिल्कुल रोटी की तरह होती है। देश की आजादी में अग्रणीय भूमिका निभाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भी अब निंदा हो रही है, लेकिन उनकी महत्ता को कम नहीं किया जा सकता है।
नई मंडी स्थित जैन स्थानक में चल रहे गुरू सुदर्शन जन्म शताब्दी वर्ष के सम्पन्नता समारोह के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रवचन करते हुए संघ संचालक नरेश चंद महाराज ने कहा कि वाणी में मिठास एक ऐसा गुण है, जिससे किसी को भी अपना बनाया जा सकता है। शरीर की चोट को ठीक किया जा सकता है, लेकिन शब्दों की चोट ताउम्र याद रहती है। इसलिए भाषा नपी-तुली होनी चाहिए देश और समाज में अब कोई छोटा-बड़ा नहीं है। आज के युग में सब बराबर हैं, चाहे आप मालिक और चाहे घर के मुखिया हो। सभी अपशब्दों का प्रयोग करने से बचे। कहा कि जीवन में अच्छे दोस्त भी बनाने चाहिए, जो आईने की तरह आपकी कमियों को बता सकें, स्वार्थी दोस्त तो बहुत मिल जायेंगे, किन्तु आपके हित को प्राथमिकता देने वालों को कभी नजरंदाज नहीं करना चाहिए। हज़ार बार साथ देने वाला दोस्त एक बार साथ ना दे, तो उससे दोस्ती नहीं तोड़नी चाहिए। जो लोग ऐसा करते है, उन्हें पछतावे के अलावा कुछ नहीं मिलता है, आज के दौर में चापलूसी कर मीठा बोलने वाले को अच्छा माना जाता है, जो सही नहीं है। जैन मुनि नवनीत मुनि महाराज ने गुरू सुदर्शन लाल महाराज जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि परिवार ने गुरू सुदर्शन का नाम ईश्वर रखा था। दादा प्यार से सुखदर्शन पुकारते थे। गुरू ने उनका नामकरण सुदर्शन के रूप में किया था। धर्म गुरू के रूप में पूरी दुनिया ने उनके दृष्टि कोण को माना है। गिरता हुआ मनोबल गुरू देव उठाते हैं गीत गुनगुनाकर उन्होंने गुरू की महिमा का वर्णन किया। इस अवसर पर श्वेताम्बर स्थानकवासी के संस्थापक मनमोहन जैन, दीपक जैन, राजीव जैन, उप प्रधान अनुराग जैन, हर्षवर्धन जैन, कार्तिकेय, कोषाध्यक्ष राजेश जैन , राजीव जैन, योगेंद्र जैन, देवेंदर जैन, अभिनव जैन, सिद्धार्थ जैन आदि मौजूद रहे।