

LP Live, Muzaffarnagar: केंद्र सरकार की नवभारत साक्षर योजना के तहत जेल में निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाने की योजना को अमलीजामा पहना दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने जेल में विभाग के जिला समन्वयक सहित चार शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी है। वह जेल के अंदर पढ़ाने के लिए चिन्हित हुए साक्षर बंदियों को ट्रेनिंग देंगे। चिन्हित वालिंटियर शिक्षकों को अलग से ड्रेस और पठन-पाठन की सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है।

जिला जेल में बीएसए विभाग और जेल प्रशासन ने संयुक्त रूप से सर्वे कर वहां पढ़े-लिखे और अनपढ़ बंदियों की सूची तैयार की थी। इस सूची में 2600 बंदियों में 600 निरक्षर बंदी मिले थे और 11 शिक्षक रहे बंदी और 129 ग्रेजुएट बंदी मिले थे। अब इन 140 बंदियों में से भी 60 बंदियों को चिन्हित किया है, जिनकी शिक्षा समिति बनाई है। यह 60 बंदी जेल के अंदर निरक्षर बंदियों को प्रतिदिन पढ़ाएंगे, लेकिन इन 60 बंदियों को पहले बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षक ट्रेनिंग देंगे, जिसके लिए जिला समन्वयक रामेंद्र मलिक, मीरापुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक सुशील कुमार, नगर क्षेत्र के एआरपी विकल जैन, शाहपुर ब्लाक के शिक्षक अरविंद कुमार की ड्यूटी लगाई गई है, जो जेल में बंद 60 वालंटियर बंदियों को पढ़ाने की ट्रेनिंग देने के लिए प्रतिदिन जेल में कुछ घंटे का समय देंगे। बीएसए शुभम शुक्ला ने बताया कि नवभारत साक्षर योजना के तहत 600 बंदियों को जेल में पढ़ाने के लिए बनाई गई व्यवस्था में काम शुरू हो गया है। बेसिक शिक्षा विभाग से चार शिक्षक की ड्यूटी लगाई है, जो वालंटियरों को ट्रेनिंग देंगे।
