मुजफ्फरनगर पासपोर्ट ऑफिस के क्लर्क सहित दो को सीबीआई ने पकड़ा
दस्तावेज चेक करने के नाम पर एक व्यक्ति से मांगी थी रिश्वत

LP Live, Muzaffarnagar: दस्तावेज जांच के नाम पर मुजफ्फरनगर के शिव चौक स्थित पासपोर्ट आफिस का एक बाबू दलाल के माध्यम से रिश्वत लेता पकड़ा गया। सीबीआइ की इंटेलिजेंस टीम ने दलाल समेत उसे गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ ने गोपनीय तरीके से जांच की और पूरी कार्रवाई होने के बाद ही पोस्ट आफिस के कर्मचारियों को इसका पता चला। दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में गाजियाबाद जिले की डासना जेल में भेज दिए गए।

मुजफ्फरनगर शिव चौक स्थित डाकघर में ही पासपोर्ट आफिस है, जिसमें पोस्ट आफिस का डाक सहायक अंकुश प्रतिनियुक्ति पर तैनात है। कुछ दिन पहले नगर कोतवाली क्षेत्र के एक व्यक्ति ने पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट शाखा में आवेदन किया था। इसी दौरान पीड़ित की पासपोर्ट शाखा में बाहरी व्यक्ति फरहान से मुलाकात हो गई। पीड़ित ने फरहान को बताया कि उसने पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसका पासपोर्ट जल्दी बनकर नहीं आ रहा है। फरहान ने पीड़ित की मुलाकात अंकुश से कराई। फरहान और अंकुश ने पीड़ित से चार हजार रुपये की रिश्वत मांगी और जल्दी पासपोर्ट बनवा कर देने का भरोसा दिलाया। पीड़ित ने इसकी शिकायत गाजियाबाद स्थित सीबीआइ की इंटेलिजेंस शाखा से की। सीबीआइ की टीम ने दोनों को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया और बुधवार शाम को सीबीआइ की टीम अंकुश और फरहान को पकड़ कर ले गई। पोस्ट ऑफिस के अधिकारी अनिल गर्ग ने बताया कि सीबीआइ की टीम पासपोर्ट आफिस में तैनात अंकुश को पकड़ कर ले गई है। किस मामले में ले गई है, यह सीबीआइ की टीम ने नहीं बताया। उन्होंने बताया, यहां की पासपोर्ट शाखा में दस्तावेजों की जांच होती है। इसके बाद गाजियाबाद स्थित पासपोर्ट आफिस से पासपोर्ट बनाकर आता है। उन्होंने बताया, अंकुश मूलरूप से सहरानपुर जिले का रहने वाला है और कई सालों से परिवार के साथ यहीं रह रहा है। अंकुश पोस्ट आफिस का कर्मचारी है, जो प्रतिनियुक्ति पर पासपोर्ट शाखा में तैनात है।
