राजनाथ ने की सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
रक्षा मंत्री ने किया जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आर्मी बेस कैंप का दौरा


चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सेना की अतुलनीय शौर्य और उत्साह की सराहना की
LP Live, Jammu-Kashmeer: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के बेस कैंप की अपनी यात्रा के दौरान भारतीय सेना की परिचालन तैयारियों और सीमा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। समीक्षा बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी उपस्थित थे।
रक्षा मंत्री ने सैनिकों से बातचीत की और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करते हुए उनके साहस और उत्साह की सराहना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि कठिन क्षेत्रों में भारतीय सेना के सैनिकों के अतुलनीय साहस, प्रतिबद्धता और निरंतर सतर्कता के कारण राष्ट्र सुरक्षित महसूस करता है। उन्होंने कहा कि सरकार और देश के लोग हमेशा सशस्त्र बलों के साथ हैं, उन्होंने उन्हें उसी समर्पण और बहादुरी के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रेरित किया। राजनाथ सिंह ने इससे पहले राजौरी में देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा की उन वीरों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा।
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मालदीव समुद्री क्षेत्र से दस मछुआ पहुंचाए स्वदेश
भारतीय तट रक्षक बल मालदीव के समुद्री क्षेत्र से बचाए गए दस भारतीय मछुआरों को सुरक्षित विशाखापत्तनम लाया। ये मछुआरे 16 अप्रैल 2023 को कन्याकुमारी, तमिलनाडु के पास थेंगापट्टनम से समुद्र में मछली पकड़ने गए थे। हालांकि उनकी नाव का इंजन फेल हो गया और वे 5 दिनों तक बिना किसी मदद के मालदीव समुद्री क्षेत्र में बहते चले गए। 26 अप्रैल को भारतीय तटरक्षक एमआरसीसी यानी समुद्री बचाव समन्वय केंद्र के समन्वय में मालदीव खोज और बचाव क्षेत्र से एमवी फ्यूरियस द्वारा इन मछुआरों को बचाया गया। तटरक्षक समुद्री बचाव समन्वय केंद्र को प्राप्त सूचना के आधार पर, आईसीजीएस विग्रह को इन बचाए गए मछुआरों को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कैंपबेल खाड़ी से आने वाले व्यापारी जहाज पर चढ़ाने के लिए भेजा गया था। इन दस मछुआरों में से आठ केरल के विझिंजम के हैं जबकि दो तमिलनाडु में कन्याकुमारी के हैं। बचाए गए सभी इन सभी दस मछुआरों की प्रारंभिक चिकित्सा जांच तटरक्षक जहाज पर की गई और सभी पूरी तरह स्वस्थ अवस्था में पाए गए।
