जम्मू-कश्मीर में 25 हजार करोड़ की लागत से 19 सुरंगों का निर्माण
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा संग किया जेड-मोड़ सुरंग का निरीक्षण
एशिया की सबसे बड़ी निर्माणधीन जोजिला सुरंग की प्रगति का भी लिया जायजा
LP Live, New Delhi: जम्मू एवं कश्मीर में बुनियादी ढांचे के बढ़ते विकास के तहत 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 19 सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें 2680 करोड़ रुपये की लागत से 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग व पहुंच मार्ग का निर्माण तेजी से चल रहा है। सोमवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ दो-लेन वाली यह सड़क सुरंग जेड-मोड़ सुरंग और लद्दाख में जोजिला सुरंग का निरीक्षण किया।
कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच स्थित पर्वतीय ग्लेशियर, थजीवास ग्लेशियर के नीचे बनाई जा रही श्रीनगर-लेह राजमार्ग (एनएच-1) पर स्थित भू-रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जेड-मोड़ सुरंग के निरक्षण के समय गडकरी और उपराज्यापाल मनोज सिन्हा के अलावा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग से संबंधित संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य भी शामिल रहे। इस जेड-मोड़ सुरंग परियोजना के तहत कुल 10.8 मीटर लंबाई वाली एक मुख्य सुरंग, कुल 7.5 मीटर लंबाई वाली संशोधित घोड़े के नाल के आकार वाली एस्केप टनल, कुल 8.3 मीटर लंबाई वाली डी-आकार वाली वेंटिलेशन टनल, कुल 110 मीटर व 270 मीटर लंबाई वाली दो बड़ी पुलिया और कुल 30 मीटर लंबाई वाली एक छोटी पुलिया का निर्माण भी किया जाना है। अब तक जेड मोड़ सुरंग का 75 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। दिसंबर 2023 तक इस सुरंग को राष्ट्र को समर्पित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियायेजना के पूरा होने पर थजीवास ग्लेशियर और सिंध नदी में व्हाइटवाटर राफ्टिंग जैसी गतिविधियों सहित सोनमर्ग में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
जोजिला टनल का निरीक्षण
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा तथा विभाग संबंधित संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों ने लद्दाख के लिए प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बन रही निर्माणधीन एशिया की सबसे लंबी सुरंग जोजिला टनल व जम्मू और कश्मीर में निर्माणाधीन एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना का भी निरीक्षण किया। इस ढांचागत कार्य के तहत जोजिला में 6800 करोड़ रुपये की लागत से 13.14 किलोमीटर लंबी सुरंग और इसके साथ एक उप-सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह 7.57 मीटर ऊंची घोड़े की नाल के आकार की सिंगल-ट्यूब व द्वि-दिशात्मक सुरंग है, जो कश्मीर में गांदरबल तथा लद्दाख के कारगिल जिले में द्रास शहर के बीच हिमालयन क्षेत्र स्थित जोजिला दर्रे के नीचे से गुजरेगी।
जोजिला सुरंग परियोजना की विशेषता
केंद्र सरकार द्वारा इस परियोजना में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल करने से इसे 5000 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई है। जोजिला सुरंग परियोजना के तहत बनने वाली मुख्य जोजिला टनल 13,153 मीटर लंबी है और इसमें 810 मीटर की कुल लंबाई के 4 पुलिया निर्धारित हैं, 4,821 मीटर की कुल लंबाई की 4 नीलग्रार सुरंगें, 8 कट जो 2,350 मीटर की कुल लंबाई को और तीन कट 500 मीटर को कवर करते हैं, इसके अलावा 391 मीटर तथा 220 मीटर के ऊर्ध्वाधर वेंटिलेशन शाफ्ट लगाया जाना प्रस्तावित हैं। अभी तक जोजिला सुरंग का 28 प्रतिशत कार्य खत्म हो चुका है। इस सुरंग का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से लद्दाख के लिए हर मौसम में सड़क संपर्क सुविधा स्थापित हो जाएगी। जोजिला दर्रे के पास का इलाका बेहद कठिन है और यहां पर हर वर्ष कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो जाती हैं। जोजिला सुरंग का कार्य पूरा हो जाने के बाद दुर्घटनाओं की संभावना नगण्य हो जाएगी।