ग्रामीण युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण दें शिक्षण संस्थाएं
हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने जारी किया जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी का कलेंडर
LP Live, Chandigarh: सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र की शिक्षण संस्थाएं ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों में व्यवसाय की स्वाभाविक रूचि की पहचान कर युवाओं को तकनीकी कोर्सों में दाखिला देकर प्रशिक्षित करें, ताकि वे स्टार्टअप व उद्यमिता के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ा सकें।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने यह बात बुधवार को राजभवन में ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी सोनीपत के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान कही। कुलपति प्रो. सी. राज कुमार के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने विश्वविद्यालय का वर्ष 2023 का कैलेंडर भी जारी किया। इस मौके पर राज्यपाल दत्तात्रेय ने सभी विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थानों से आह्वान किया कि वे युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा देकर उद्यमिता के लिए तैयार करें, ताकि वे शिक्षा पूरी कर जब बाहर निकले स्टार्टअप के क्षेत्र में कार्य करें। खासतौर से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे रोजगार के क्षेत्र में व्यावसायिक शिक्षा के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकार के स्वरोजगार संबन्धी योजनाओं का लाभ देना जरुरी है। इन योजनाओं के तहत युवाओं और छोटे उद्योग कर्मियों को अपने स्टार्टअप स्थापित करने के लिए 25 लाख तक का ऋण सस्ती ब्याज दरों पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। प्रशिक्षिण प्राप्त हमारे युवा ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने के लिए शिक्षण संस्थाएं प्रोत्साहित करें।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्रोत्साहन
दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के मानदंडों के अनुरूप सभी शिक्षण संस्थाएं अपने परिसरों में ढांचागत व एकैडमिक सुविधाएं तैयार करें। क्योंकि इस नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक शिक्षा, सीखने-सिखाने, नई प्रौद्योगिकी, डिजिटलाईजेशन, इनोवेशन पर जोर दिया गया है। इससे युवा इन्टरनेट आफ थींक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन, एज कंप्यूटिंग, क्वांटम कंप्यूटिंग, वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी, ब्लॉकचौन, साइबर सिक्योरिटी और स्पेस टेक्नोलॉजी आदि में प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार स्थापित कर सकेगें। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से निजी क्षेत्र की शिक्षण संस्थाएं, अनुसूचि जाति, पिछड़े, वंचित वर्ग के परिवारों के बच्चों को अपनी संस्थाओं में गुणवत्ता की शिक्षा ग्रहण करने का मौका देने का काम करें।