सभी 90 सीटों पर अकेले लड़ेगी आम आदमी पार्टी
LP Live, Chandigarh: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस व आप का गठबंधन न होने से आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों के बाद नौ प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है। हरियाणा की राजनीति में आप ने कांग्रेस के मजबूत प्रत्याशियों के सामने दमदार प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है। आप के चुनाव मैदान में आने से कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं।
कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी का हरियाणा विधानसभा चुनाव गठबंधन के साथ लड़ने का प्लान सिरे नहीं चढ़ा, तो आम आदमी पार्टी ने राज्य की सभी 90 सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। मंगलवार को 20 प्रत्याशियों की सूची के बाद आप ने बुधवार को नौ प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी करके कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। इससे हरियाणा की चुनावी राजनीति में हलचल मची हुई है। दरअसल कांग्रेस गठबंधन में आप को केवल पांच सीटे दे रही थी, जबकि आप ने दस सीटों पर अपना दावा ठोका, इस वजह से कांग्रेस व आप का गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने पर सहमति नहीं बन पायी। इस पर आप ने खासतौर से कांग्रेस के प्रत्याशियों के मुकाबले उतने की मजबूत प्रत्याशी खड़े करने शुरु कर दिये, जितना कांग्रेस अपने आपको मजबूत मानकर चल रही है। आप के चुनाव मैदान में आने से कांग्रेस की चुनावी मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। आम आदमी पार्टी अब अपनी चुनावी रणनीति को और मजबूत करने के लिए उम्मीदवारों की बैठकें और प्रचार अभियान शुरू करेगी। पार्टी का लक्ष्य है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए सत्ता में आने की दिशा में कदम बढ़ाए।
दूसरी सूची में ये बनाए प्रत्याशी
आप की दूसरी सूची में साढौरा से रीता बमनैया, थानेसर से कृष्ण बजाज और इंद्री से हवा सिंह को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वहीं रतिया सीट से मुख्त्यार सिंह बाजीगर, आदमपुर से एडवोकेट भूपेंद्र बेनीवाल, बावल से जवाहर लाल को प्रत्याशी बनाया गया है, तो फरीदाबाद से प्रवेश मेहता और तिगांव से अबाश चंदेला को उम्मीदवार घोषित किया गया है। इससे पहले 20 प्रत्याशियों की सूची एक दिन पहले जारी कर दी गई थी।
आप ने बनाई मजबूत रणनीति
आम आदमी पार्टी ने पहली सूची में उन उम्मीदवारों को शामिल किया है जिन्होंने पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और जिनका चुनावी क्षेत्र में मजबूत प्रभाव है। पार्टी ने हरियाणा की विभिन्न विधानसभा सीटों के लिए इन उम्मीदवारों की घोषणा की है, जो आगामी चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए मेहनत करेंगे। सूची की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावनाओं पर सवाल उठने लगे हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी ने इस बार विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवारों की सूची को लेकर एक रणनीतिक कदम उठाया है, ताकि चुनावी मैदान में मजबूती से उतर सके। पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में स्थानीय मुद्दों और जनसमर्थन को ध्यान में रखते हुए इस सूची को तैयार किया है।