दिल्ली में आईजी एयरपोर्ट पर हादसे को लेकर एक्शन में सरकार !
देश के सभी हवाई अड्डो के इंफ्रास्ट्रक्चर की होगी जांच: केंद्र
टर्मिनल-1 पर कैनोपी गिरने से एक की मौत, कई घायल, छत के नीचे दबी कई कारें
LP Live, New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रिकार्डतोड़ बारिश की वजह से राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर छत गिरने से वहां मौजूद अनेक कारें दब गईं। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और आधा दर्जन से ज्यादा छह लोग घायल हो गए। नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने मौके पर पहुंच इस पूरी घटना की जांच का आदेश दिया है। वहीं उन्होंने सभी हवाई अड्डे पर संरचना का गहन निरीक्षण कर जाचं कराने की भी घोषणा की।
हवाई अड्डे के एक प्रवक्ता के अनुसार सुबह करीब पांच बजे भारी बारिश के कारण आईजीआईए (घरेलू एयरपोर्ट) के टर्मिनल-1 के बाहर प्रस्थान द्वार संख्या 1 से लेकर द्वार संख्या 2 तक फैला शेड गिर गया, जिसके नीचे दबकर कई कारे व वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है। सूचना मिलने पर दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सेवा, सीआईएसएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। प्रवक्ता के अनुसार इस हादसे की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल टर्मिनल 1 से सभी उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। सुरक्षा की दृष्टि से चेक-इन काउंटर बंद कर दिये गये हैं। इंडिगो के अलावा अन्य विमान सेवा कंपनियों की टर्मिनल 1 की उड़ानों को टर्मिनल 2 और 3 पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
मौके पर पहुंचे केंद्रीय नागर विमानन मंत्री
एयरपोर्ट पर घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन रेड्डी ने कहा इस टर्मिनल टर्मिनल-1 को पूरी तरीके से जांच के बाद ही शुरू किया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से इस हादसे में मारे गये व्यक्ति के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। जबकि घायलों को तीन लाख रुपये मदद देने की घोषणा की गई है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ, वो 2009 में बना था।
एयरपोर्ट ऑपरेटर डायल करेगा जांच
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि जांच के बाद घटना के तकनीकी कारणों और अन्य पहलुओं का पता चल सकेगा। एयरपोर्ट ऑपरेटर डायल (एओडी) ढांचे की जांच करेगा। साथ ही डीजीसीए निरीक्षण की निगरानी करेगा और वे एक रिपोर्ट देंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश भर के हवाई अड्डों पर सभी समान संरचनाओं की गहन जांच की जाएगी।