

LP Live, New Delhi: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भूटान ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द इक ग्यालपो’ से नवाजा है। मोदी भूटान में यह सम्मान पाने वाले ऐसे पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं, जिन्हें यह पुरस्कार दिया गया।
भूटान में यह यह प्रतिष्ठित ‘ऑर्डर ऑफ द इक ग्यालपो’ पुरस्कार भूटानी हस्तियों को ही दिया जाता रहा है। भूटान के दौरे पर गये पीएम मोदी को यह सम्मान भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने प्रदान किया है। बताया जा रहा है कि भूटान में अब तक यह पुरस्कार केवल चार ही प्रतिष्ठित लोगों को दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुरस्कार के लिए भूटानी नरेश को धन्यवाद किया। अभी तक यह पुरस्कार भूटान के स्थापित पदों के लिए ही दिया जाता रहा है। यह पहला मौका है, जब भूटान ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के रुप में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार किसी अन्य देश के व्यक्ति को दिया है। पीएम मोदी से पहले यह सर्वोच्च सम्मान 2008 में ही भूटान के 68वें खेंपो तेनजिन डेट्प को दिया गया, जबकि 2018 में भूटान के केंद्रीय मठ निकाय के प्रमुख जे खेंपो जुलकु न्गावांग जिग्मे चोएन को दिया गया। प्रधानमंत्री का शुक्रवार को भूटान पहुंचे, तो पारंपरिक भारतीय पोशाक पहने भूटानी युवाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपने देश में जोरदार स्वागत किया और गरबा गीत पर नृत्य किया।

अस्पताल का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान में अपने समकक्ष शेरिंग टोबगे के साथ ग्यालत्सुएन जेत्सुन पेमा वांगचुक मातृ एवं शिशु अस्पताल का उद्घाटन किया। भारत सरकार ने 150 बेड के इस अस्पताल को बनाने में सहायता दी है। अस्पताल के पहले चरण के निर्माण में 22 करोड़ की लागत आई थी, जो 2019 से ही चालू है। अस्पताल के दूसरे चरण का निर्माण कार्य 2019 में शुरू किया गया था। वहीं 12वीं पंचवर्षीय योजना के हिस्से के रूप में 119 करोड़ की लागत से अब इस अस्पताल को पूरा किया गया है। पीएम मोदी ने इस अस्पताल को अत्याधुनिक बताया, जो भारत सरकार की सहायता से बनाया गया है। पीएम मोदी ने इसे कई परिवारों के लिए ‘आशा की किरण’ बताया। विदेश मंत्रालय ने आगे अपने बयान में कहा, “अस्पताल में बाल चिकित्सा, स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान, एनेस्थिसियोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर, नवजात देखभाल और बाल चिकित्सा देखभाल के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।
