एमडीएस विद्या मंदिर के छात्राे को दिया चरित्रवान व संस्कारी बनाने का ज्ञान
LP Live, Muzaffarnagar: मंसूरपुर स्थित एमडीएस विद्या मंदिर इंटर कालेज में बच्चों को संस्कारित, सभ्य व सुशिक्षित नागरिक बनाने के उद्देश्य से संस्कारशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलदीप विद्यार्थी के ब्रह्मत्व में यज्ञ किया गया। इस अवसर पर मंत्रोच्चारण से विद्यालय का वातावरण भक्तिमय किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलदीप विद्यार्थी, प्रबन्धक संदीप कुमार व प्रधानाचार्य अनिल कुमार ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित हुआ। इस अवसर पर कुलदीप विद्यार्थी ने नैतिक मूल्यों एवं संस्कारों के ज्ञान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों के संस्कारित, चरित्रवान बनने पर जोर दिया। कहा, बच्चों को संस्कारों की शिक्षा देनी चाहिए। उन्हें सभ्य, सुशिक्षित और अच्छा नागरिक बनने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि प्रवेन्द्र दहिया ने बच्चों को बचपन में जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। कहा, दैनिक जीवन में संस्कारों का अत्यंत महत्व है, संस्कार बिना व्यक्ति वैसा ही होता है, जैसा बिना सुगन्ध का फूल। अच्छे संस्कार ही मनुष्य की सुगन्ध होते है, जिसमें संस्कार की सुगन्ध ना हो ऐसे बालक दुर्गंध की भांति किसी को पसंद नही होते। रजनीश कुमार ने कहा कि संस्कार का मूल अर्थ है शुद्धीकरण। भारत में संस्कारों का मनुष्य के जीवन में सदैव ही विशेष महत्व रहा है। इसलिए बचपन से ही बच्चों में संस्कारों का पोषण करना अति आवश्यक है, जिससे वे बड़े होकर एक अच्छे नागरिक एवं समाज दोनों का नवनिर्माण कर सकें। इसके आलवा पंकज धीमान आदि ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक संदीप कुमार, अनिल कुमार शास्त्री ने अतिथियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में ममता मलिक, रेनू चौधरी, राजीव, अनुज कुमार, राजीव सिरोहा, विक्रान्त, संजीव मलिक, अंजू दीक्षित, ज्योति पाल, अंकिता बत्रा, नीलम, आदित्य बालियान आदि अध्यापक व अध्यापिकाओं का सहयोग रहा।