

दोनों सदनों में विपक्ष ने की पीएम मोदी के बयान की मांग
LP Live, New Delhi: संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी दलों ने दोनों सदनों में मणिपुर मामले पर तत्काल चर्चा कराने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग की। इस हंगामे के कारण लोकसभा और राज्य सभा की कार्यवाही दोपहर को ही सोमवार 24 जुलाई 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
संसद में मानसून सत्र की कार्यवाही दूसरे दिन भी ठप रही। शुक्रवार को जैसे ही दोनों सदनों में कायर्कवाही आरंभ हुई तो लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, मणिकम टैगोर और कुछ अन्य विपक्षी सांसदों ने मणिपुर के मामले पर संसद के दोनों सदनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान और चर्चा की मांग करते हुए शुक्रवार को कार्य स्थगन के नोटिस दिए। लेकिन लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए कहा कि अभी उन्होंने स्थगन प्रस्तावों पर कोई व्यवस्था नहीं दी है। सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन अभी प्रश्नकाल चलने दें। उधर राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी ने नियम 267 के तहत दिए गए नोटिस में मणिपुर के विषय पर चर्चा की मांग की और यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में बयान देने की मांग की। हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद 12 बजे शुरु हुई कार्यवाही के दौरान हुए हंगामे के कारण पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। इसी प्रकार राज्यसभा की कार्यवाही में भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण उच्च सदन की कार्यवाही को सोमवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

सत्र के पहले दिन भी हुआ हंगामा
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन बृहस्पतिवार को भी दोनों सदनों में मणिपुर के मामले पर विपक्ष के हंगामे के कारण कार्रवाई नहीं चल सकी थी। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर के मुद्दे पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी। गौरतलब है कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया। इस वीडियो को लेकर पीएम मोदी के अलावा सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जताई थी।
सरकार चर्चा के लिए तैयार
लोकसभा में विपक्षी दलों के हंगामे को लेकर सदन के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार मणिपुर पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल अनावश्यक रूप से ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं, ताकि मणिपुर पर सदन में चर्चा न हो। राजनाथ सिंह जब यह आरोप लगा रहे थे उस समय लोक सभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और शशि थरूर सहित डीएमके नेता टीआर बालू और अन्य दलों के सांसद अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे थे और कई अन्य विपक्षी सांसद सदन के वेल में आकर नारेबाजी कर रहे थे। वहीं केंद्रीय कानून मंत्री एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मणिपुर पर सरकार द्वारा चर्चा के लिए तैयार रहने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि इस मसले पर विपक्ष बार-बार सदन में अपना स्टैंड बदल रहा है।
