स्वच्छ गंगा मिशन: बीएसएफ व एनएमसीजी ने शुरु किया अभियान
गंगोत्री से गंगा सागर तक 2500 किमी की महिला राफ्टिंग टीम करेगी यात्रा
हरिद्वार के चंडी घाट से केंद्रीय जलशक्ति मंत्री पाटिल ने यात्रा को दिखाई हरी झंडी
LP Live, Haridwar: केंद्र सरकार के स्वच्छ गंगा मिशन व महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के मकसद से सीमा सुरक्षा बल व राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के इस संयुक्त विशिष्ठ अभियान के तहत सोमवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने हरिद्वार के चंडी घाट से हरी झंडी दिखाकर खिलाड़ियों को यात्रा के लिए रवाना किया। यह यात्रा नदी के प्रवाह के साथ 2500 किमी की दूरी 53 दिनों में तय कर गंगासागर में होगी समाप्त होगी।
सीमा सुरक्षा बल के सीपीआरओ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि महिला राफ्टिंग टीम की यह यात्रा 08 प्रमुख शहरों, हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर, कन्नौज, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, पटना,कोलकाता (डायमंड हार्बर)से होकर गंगासागर पहुंचेगी पहुंचेगी। सीमा सुरक्षा के दायित्वों के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल साहसिक मुहिमों के माध्यम से देशवासियों को सदैव जागरूक करता रहा है। इसी कड़ी में अपनी तरह के अनूठे अभियान के तहत सीमा सुरक्षा बल व राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन(एनएमसीजी) के संयुक्त तत्वावधान में गंगोत्री से गंगा सागर तक बीएसएफ महिला राफ्टिंग अभियान की शुरूआत 02 नवंबर 2024 को देवप्रयाग से की गई थी। जबकि गंगा उत्सव के तहत सोमवार को इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ करते हुए जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने हरिद्वार के चंडी घाट से झंडी दिखाकर खिलाड़ियों को आगे रवाना किया। बीएसएफ के अनुसार इस मिशन के तहत खिलाड़ी गंगा नदी के प्रवाह के साथ 2500 किमी की दूरी 53 दिनों में तय करेंगे, जो 24 दिसंबर 2024 को गंगासागर पहुंचकर समाप्त होगी। यात्रा के दौरान अभियान से जुड़ी राफ्टिंग टीम विभिन्न आबादी वाले केंद्रों से गुजरते हुए “सशक्त महिला-समृद्ध राष्ट्र, स्वच्छ गंगा-जीवन वरदान“ के महत्तर संदेश के साथ विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेंगी।
बीएसएफ महिलाओं का जज्बा
हरिद्वार में चंडी घाट पर आयोजित कार्यक्रम मुख्य अतिथि के रुप में जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि बीएसएफ-एनएमसीजी के प्रयासों में महिला सशक्तिकरण और स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा मिशन को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा। वहीं पाटिल में इस ऐतिहासिक अभियान से जु़ड़ी बहादुर बीएसएफ महिला प्रतिभागियों के जोश और जज्बे की सराहना भी की।
नमामि गंगे मिशन को मिलेगा बल
भारत सरकार के “विकसित भारत-2047” के लक्ष्यों के अनुरूप सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण एवं स्वास्थ्य, साहसिक खेलों में उनके योगदान को बढ़ावा देने, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने, गंगा के महत्व, जलीय जीवन के सतत् विकास, नदी संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण, जलवायु परिवर्तन का नदियों पर प्रभावको कम करने,गंगा नदी के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व आदि उद्देश्यों हेतु सामाजिक जागरूकता अभियान अहम होगा। इस अभियान के दौरान राफ्टिंग टीम गंगा नदी के तट पर स्थित सभी कस्बों व शहरों से गुजरेगी और जागरूकता अभियान में शामिल होंगी।
आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित बीएसएफ की महिलाएं
बीएसएफ की ओर से भाग लेने वाली सभी महिला प्रतिभागी बाढ़ के पानी से बचाव, जलीय आपदा बचाव व प्रबंधन और बुनियादी कयाकिंग पाठ्यक्रमों में अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं, जो किसी भी कठिन परिस्थिति का सामना करने में सक्षम है। अभियान की सफलता को सुनिश्चित करते हुए टीम को 45 दिन का विशेष प्रशिक्षण बीएसएफ के संस्थान बीआईएएटी देहरादून से दिया गया है। अभियान के दौरान, राफ्टिंग टीम के साथ बीएसएफ के गाइड और सहयोगियों की एक अलग 10 सदस्यीय टीम भी साथ चलेगी।