सांसदों ने चखा पोषक अनाज के व्यंजनों का स्वाद
संसद परिसर में सरकार ने आयोजित किया 'विशेष मिलेट्स लंच'
देश में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष मनाने की तैयारी शुरू
LP Live, New Delhi: देश व दुनिया में मिलेट्स को बढ़ावा देने की बड़ी पहल करते हुए मोदी सरकार ने संसद भवन में ‘विशेष मिलेट्स लंच’ आयोजित किया। इस दौरान उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीरंजन चौधरी, राज्यसभा में सदन के नेता व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत अन्य मंत्रियों व राज्यसभा व लोकसभा के सदस्यों ने ज्वार, बाजरा, रागी जैसे पोषक-अनाज से तैयार व्यंजनों का स्वाद लिया और दिल खोलकर इस समग्र पहल की तारीफ करते हुए मिलेट्स ईयर का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी की पहल तथा भारत सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्री
य मिलेट्स वर्ष घोषित किया है, जिसे देशभर के साथ ही वैश्विक स्तर पर उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोरों पर चल रही है। इसी के मद्देनजर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा मंगलवार को संसद परिसर में सांसदों के लिए ‘विशेष मिलेट्स लंच’ आयोजित करके देश-दुनिया में मिलेट्स को बढ़ावा देने की बड़ी पहल शुरू की। संसद परिसर में आयोजित इस विशेष भोज में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा राज्य मंत्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे ने सभी जनप्रतिनिधियों का आत्मीय स्वागत किया।
देशभर की पोषक-अनाज फसलों का प्रदर्शन
केंद्रीय मंत्री तोमर का कहना है कि हमारे प्राचीन पोषक-अनाज को भोजन की थाली में पुनः सम्मानजनक स्था
न मिलें और मिलेट्स की खेती करने वाले किसानों को की आय को बढ़ावा मिल सके, इसके लिए य उत्सवीय वर्ष मनाने की पूर्व तै
यारी की गई है। इसके मद्देनजर मिलेट्स से बने सुस्वादु व्यंजनों के साथ संसद परिसर में सहभोज का आयोजन किया गया। लंच में भारतीय पोषक-अनाज से बनाए गए विभिन्न प्रकार के शानदार व्यंजनों को प्रदर्शित करने के लिए क्यूरेटेड मिलेट्स-आधारित बुफे के तहत कई आइटम्स परोसे गये। इन विभिन्न व्यंजनों को कर्नाटक व राजस्थान के रसोइयों के समूहों ने तैयार किया। तोमर ने बताया कि संसद के प्रांगण को मिलेट्स आधारित रंगोली से खूबसूरती से सजाया गया था और देशभर की प्राथमिक पोषक-अनाज फसलों को यहां प्रदर्शित किया गया, जिसका अवलोकन उप राष्ट्रपति धनखड़ व प्रधानमंत्री मोदी ने किया।
रोम में अंतरराष्ट्रीय पोषक-अनाज वर्ष का शुभारंभ
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा हाल ही में रोम (इटली) में अंतरराष्ट्रीय पोषक-अनाज वर्ष का शुभारंभ समारोह आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में भारतीय प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ था। मिलेट्स प्राचीन व शुष्क भूमि की महत्वपूर्ण फसलें हैं। छोटे दाने वाली इन अत्यधिक पौष्टिक अनाज-खाद्य फसलों को कम वर्षा में सीमांत मिट्टी व कम उपजाऊ मिट्टी व उर्वरक तथा कीटनाशक जैसे इनपुट की कम मात्रा में उगाया जाता है। मिलेट्स का मूल भारत है, जिनकी पोषक-अनाज के रूप लोकप्रियता रही है, क्योंकि सामान्य कामकाज के लिए ये आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। मिलेट्स एशिया एवं अफ्रीका में कृषि के रूप में अपनाई जाने वाली पहली फसल थी, जो बाद में विश्वभर में विकसित सभ्यता के लिए महत्वपूर्ण खाद्य स्रोत के रूप में फैल गई।