संगम में महाशिवरात्रि के स्नान के साथ संपन्न हुआ ऐतिहासिक महाकुंभ
आसामन में करतब दिखाकर महा सलामी देते नजर आए सुखोई, एएन-32 और चेतक विमान


खूब गूंजे जय श्री राम, हर हर गंगे, हर हर महादेव तथा मोदी-योगी के जयकारे
महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का बना नया ऐतिहासिक रिकार्ड
LP Live, Prayagraj: महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान के साथ प्रयागराज महाकुंभ का गौरवशाली इतिहास बनाने के साथ ही संपन्न हो गया है। महाकुंभ के समापन के दौरान संगम के तटों पर पवित्र डुबकी लगाते श्रद्धालुओं को आसमान में भारतीय वायु सेना के विमानों ने करतब दिखाते हुए सलामी दी। वहीं हैलीकाप्टर से श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा करके स्वागत किया गया। वहीं उत्साहित श्रद्धालुओं ने आसमान में विमानों की गर्जना देख गर्व और उत्साह से तालियां ही नहीं बजाई, बल्कि जय श्री राम, हर हर गंगे, हर हर महादेव के साथ मोदी-योगी के भी जयकारे लगाकर अभिवादन किया।
योगी सरकार के नेतृत्व में 13 जनवरी से शुरु हुए प्रयागराज महाकुंभ मेले में इस बार अनेकों इतिहास बने हैं, जहां अनुमान से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकियां लगाकर स्नान करने का इतिहास बनाया है। मसलन बुधवार की शाम छह बजे तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 66.21 करोड़ पार कर चुकी थी, जो देश में सनातनी जनसंख्या से भी कहीं अधिक है। इस महाकुंभ में देश ही नहीं विदेशों से भी लाखों की संख्या श्रद्धालुओं ने डुबकियां लगाकर पुण्य कमाया है। कई विशेष पर्वो पर श्रद्धालुओं की भीड़ ने नए रिकार्ड कायम किये हैं, तो वहीं महाकुंभ की अलग अलग व्यवस्था में लगे लाखों लोगों ने भी अप्रत्याशित रुप से अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, यही कारण है कि वैश्विक स्तर पर प्रयागराज की गूंज सुर्खियों में रही है। बुधवार को अंतिम स्नान के दौरान वायुसेना के एयर शो ने महाकुम्भ में आए श्रद्धालुओं का अंतिम स्नान पर्व पर संगम क्षेत्र के ऊपर भव्य करतब दिखाकर अभिवादन किया गया।

विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना
महाकुम्भ 2025 के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर भी पहले पर्वो की तरह करोड़ों श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के जयघोष के साथ संगम व अन्य स्नान घाटों पर पवित्र डुबकी लगाई। श्रद्धालु स्नान के बाद मनकामेश्वर मंदिर, सोमेश्वर नाथ मंदिर, वेणी माधव मंदिर एवं नागवासुकी मंदिर पहुंचकर भगवान शिव का दर्शन-पूजन, जलाभिषेक एवं दान-अनुष्ठान कर पुण्य अर्जित करते दिखे। महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं में असीम उत्साह देखने को मिला। करोड़ों भक्तों ने संगम व अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगाकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।
आकाश में जंगी जहाजों का अद्भुत संगम
महाकुम्भ के समापन अवसर पर भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलटों ने हवा में अद्भुत कलाबाजियां दिखाईं। विमानों की तेज गर्जना सुन श्रद्धालुओं ने आसमान की ओर देखा, जहां सुखोई और एएन 32 और चेतक का शानदार प्रदर्शन चल रहा था। इस रोमांचक नजारे को श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया। लोगों ने इसे महाकुम्भ का यादगार पल बताया। जिस वक्त महाकुम्भ में संगम के ऊपर एयर शो चल रहा था, उसे देख श्रद्धालु गर्व और उत्साह से तालियां बजाने लगे। महाकुम्भ के अंतिम दिन गंगा के तट पर जहां साधु-संतों और श्रद्धालुओं की आस्था की दिव्यता नजर आई, वहीं आकाश में वायुसेना की शौर्य और पराक्रम भी देखने को मिला। दोनों ने मिलकर इस महापर्व के समापन को ऐतिहासिक बना दिया। भारतीय वायुसेना के इस रोमांचकारी एयर शो के साथ ही महाकुम्भ का समापन हुआ। यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय और गौरवशाली अनुभव बन गया।
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ऐतिहासिक रही सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी गई। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए श्रद्धालुओं को सावधानीपूर्वक स्नान और दर्शन-पूजन करने की अपील की गई, ताकि वे सुरक्षित अपने गंतव्य तक लौट सकें। श्रद्धालुओं को किसी असुविधा से बचाने के लिए मेला क्षेत्र में शिवालयों के निकट ही पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई, जिससे उन्हें न्यूनतम पैदल चलना पड़े। पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी मेला क्षेत्र में मौजूद रहकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते रहे। उन्होंने शिवालयों का भ्रमण कर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की कुशलक्षेम पूछी और उनका उत्साहवर्धन किया।
