साहित्य- कला संस्कृति,अध्यात्म
श्री शिवाय नमस्तुभ्यम् प्रमाणित मंत्र नहीं: संजीव शंकर


श्री शिवाय नमस्तुभ्यम् को लेकर बहुत चर्चाएं चल रही है। इसको लेकर संशय बन रहा है। इस संशय को दूर करने के लिए श्री शिवाय नमस्तुभ्यम् शिवपुराण की विघेश्वर संहिता के अध्याय 23 का 7-8 वां श्लोक पढ़ा गया है। पंडित संजीव शंकर ने बताया कि यह साधारण रूप से व्यक्ति विशेष के लिए नमस्कार करने को संस्कृत भाषा में लिखा गया है।
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यम्” अर्थात्, हे शिव! आपको नमस्कार है,
यह मंत्र रूप में प्रमाणित नहीं किया गया है।
जैसे विघेश्वर संहिता मैं ही अध्याय अट्ठारह में “ॐ नमः शिवाय” को मंत्र घोषित किया गया है। उसके जपने की विधि भी दी गई है। उसका ध्यान भी दिया गया है और किस वर्ण को कैसे जपना चाहिए यह भी विधि विस्तार के साथ बताई गई है। इसलिए “ॐ नमः शिवाय” शिव पुराण का प्रमाणित मंत्र है। वही “श्री शिवाय नमस्तुभ्यम्” प्रमाणित मंत्र नहीं है।
