LP Live, New Delhi: स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग, स्वायत्त बोर्डों और सर्च कमेटी के अंशकालिक सदस्यो का चयन किया गया। इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से अगले दो वर्षो के लिए दस अंशकालिक सदस्य, राज्य चिकित्सा परिषद से 9 अंशकालिक सदस्य, प्रत्येक स्वायत्त बोर्ड के चौथे सदस्य और सर्च कमिटी के लिए एक विशेषज्ञ की नियुक्ति की गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मंगलवार को ड्रा के माध्यम से राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी), स्वायत्त बोर्डों और सर्च कमिटी के अंशकालिक सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया में हिस्सा लिया। ये नियुक्तियां एनएमसी अधिनियम-2019 के अनुरूप दो साल की अवधि के लिए की जा रही हैं। इनमें विभिन्न राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के सदस्यों को अलग अलग श्रेणियों में चुना गया है। इस ड्रा में पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए मीडियाकर्मी भी इस कार्यक्रम को रिकॉर्ड करने के लिए उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. मनोहर अगनानी, संयुक्त सचिव डॉ. सचिन मित्तल के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
एनएमसी में दस सदस्यों का चयन
चिकित्सा सलाहकार परिषद में एनएमसी के दस अंशकालिक सदस्यों को असम, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, उत्तराखंड, लद्दाख, सिक्किम, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल सरकारों के नामांकित व्यक्तियों में से चुना गया। जबकि आंध्र प्रदेश, हरियाणा, गोवा, गुजरात, दिल्ली, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान से एनएमसी के नौ अंशकालिक सदस्य चिकित्सा सलाहकार परिषद में राज्य चिकित्सा परिषद के नामांकित व्यक्तियों से चुने गए हैं।
स्वायत्त बोर्ड में चार सदस्य
इसी प्रकार चिकित्सा सलाहकार परिषद में राज्य चिकित्सा परिषद के नामांकित व्यक्तियों में से हर एक स्वायत्त बोर्ड के चौथे सदस्य (अंशकालिक सदस्य) का चयन किया गया है, जिनमें महाराष्ट्र में अंडर-ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड की डा. पल्लवी पी सापले, तमिलनाडु में पोस्ट-ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड के डा. के सेंथल, उत्तर प्रदेश में मेडिकल असेसमेंट और रेटिंग बोर्ड की डा. उर्मिला सिंह तथा बिहार में एथिक्स और मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड के डा. सहजानंद प्रसाद सिंह को शामिल किया किया गया है। जबकि ओडिशा के एक विशेषज्ञ के रुप में को सर्च कमेटी में प्रोफेसर दत्तेश्वर होता को नामित किया गया है।