रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बढ़ते संबन्धों से पाकिस्तान सकते में
LP Live, New Delhi: बांग्लादेश सेना के थल सेनाध्यक्ष जनरल एस.एम. शफीउद्दीन अहमद तीन दिवसीय दौरे पर भारत आ गये हैं। भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे के साथ हुई मुलाकात के दौरान दोनों सेना प्रमुखों ने भारत और बांग्लादेश के बीच विस्तृत रणनीतिक साझेदारी के लिए पारस्परिकता, प्रशिक्षण, आतंकवाद विरोधी सहयोग के साथ-साथ समग्र द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और मजबूत करने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
भारत की 27 से 29 अप्रैल 2023 तक दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे बांग्लादेश सेना प्रमुख जनरल एस.एम. शफीउद्दीन अहमद की यात्रा की शुरुआत राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर भारतीय सशस्त्र बलों के शहीद नायकों को श्रद्धांजलि देने से हुई। बांग्लादेशी सेना प्रमुख को साउथ ब्लॉक लॉन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से मुलाकात के दौरान विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। इसके बाद जनरल एस.एम. शफीउद्दीन अहमद ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार, वायु सेना के उप-प्रमुख एयर मार्शल ए.पी. सिंह, रक्षा सचिव और विदेश सचिव से मुलाकात की। उन्हें रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) और आर्मी डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा भारतीय स्वदेशी रक्षा उपकरण निर्माण के पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में भी जानकारी दी गई। यात्रा के दौरान भारत के सेंटर फॉर यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग (सीयूपीएनके) और बांग्लादेश के भारत एंड बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ पीस सपोर्ट ऑपरेशंस ट्रेनिंग (बीआईपीएसओटी) के बीच संयुक्त राष्ट्र शांति संचालन और प्रशिक्षण सहयोग के लिए एक ‘कार्यान्वयन व्यवस्था’ पर दोनों सेनाओं ने हस्ताक्षर किए। यात्रा पर आए बांग्लादेश सेना प्रमुख 29 अप्रैल 2023 को अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई में होने वाली पासिंग आउट परेड के समीक्षा अधिकारी हैं। वह अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी संग्रहालय का दौरा करेंगे और पासिंग आउट कोर्स के कैडेटों के साथ बातचीत भी करेंगे।
पाकिस्तान होगा परेशान?
दरअसल जिस कक्ष में भारत और बांग्लादेश के सेना प्रमुखों की मीटिंग हुई, उसमें दीवार पर टंगी इस तस्वीर से पाकिस्तान को हैरान कर रही होगी। दरअसल दोनों देशों के सेना प्रमुख जिस गर्मजोशी के साथ मिले और फिर सकारात्मक तरीके से रक्षा क्षेत्र में संबन्धों को सुदृढ़ करने के लिए हुई वार्ता की फोटो में कक्ष में टंगी उस विशाल तस्वीर को देखकर पाकिस्तान के उनके पुराने घाव याद दिलाती है, जो पाकिस्तान के सैनिकों के आत्मसमर्पण की शर्मनाक तस्वीर पाकिस्तान किसी भी कीमत पर अच्छी नहीं लगेगी। इस विशाल फोटो में 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान के तत्काली लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी सरेंडर के दस्तावेज पर दस्तखत कर रहे हैं। बगल में इंडियन आर्मी के तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा बैठे हुए हैं। उस अभूतपूर्व सरेंडर में पाकिस्तान के करीब 93 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था और उसी समय पूर्वी पाकिस्तान एक आजाद मुल्क बांग्लादेश बन गया था।