पी उपाध्याय ने संभाला नौसेना आयुध महानिदेशक कार्यभार
LP Live, New Delhi: रक्षा क्षेत्र में तीन नियुक्तियां की गई, जिसमें दो वायु सेना और एक नौ सेना की है। भारतीय वायुसेना में एयर मार्शल राजेश कुमार आनंद ने एयर ऑफिसर इंचार्ज एडमिनिस्ट्रे शन (एओए) और एयर कमोडोर संजय चोपड़ा ने हिंडन वायुसेना स्टेशन की कमान संभाल ली है। जबकि पी उपाध्याय ने नौसेना आयुध महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार एयर मार्शल राजेश कुमार आनंद, विशिष्ट सेवा मेडल ने 01 जून, 2023 को एयर ऑफिसर इंचार्ज एडमिनिस्ट्रे शन (एओए) के रूप में पदभार ग्रहण किया। राष्ट्री य रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र, एयर मार्शल को 13 जून, 1987 को भारतीय वायुसेना की प्रशासनिक शाखा में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के रूप में कमीशन किया गया था। उन्होंवने सिंगापुर एविएशन एकेडमी से कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर और एरिया कंट्रोल कोर्स से हायर एयर कमांड कोर्स किया है। अपने 36 वर्षों से अधिक के करियर में एयर मार्शल विभिन्न फील्ड तथा स्टाभफ नियुक्तियों पर रहे हैं। अपनी वर्तमान नियुक्ति से पहले वह वायुसेना मुख्या लय, नई दिल्लीा में महानिदेशक (प्रशासन) पद पर थे। उनकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्र्पति ने जनवरी, 2022 में उन्हेंत विशिष्ट सेवा पदक से सम्माानित किया।
हिंडन वायुसेना स्टेशन की कमान में बदलाव
एयर कमोडोर संजय चोपड़ा ने आज दिनांक 01 जून 23 को एयर फोर्स स्टेशन हिंडन की कमान संभाली। उन्होंने एयर कमोडोर विनय प्रताप सिंह का स्थान लिया है। इस अवसर पर शानदार परेड का आयोजन किया गया।
एयर कमोडोर संजय चोपड़ा ने दिसंबर 1995 में भारतीय वायु सेना में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया था। वह एक योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर हैं और उन्होंने 4700 घंटे से अधिक की उड़ान भरी है। वे कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर, सिकंदराबाद के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने एक हेलीकॉप्टर यूनिट, एक फ्लाइंग स्टेशन की कमान संभाली है और विभिन्न परिचालन नियुक्तियों पर रहे हैं। उन्हें वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया है।
नौसेना में नए आयुध महानिदेशक की नियुक्ति
रक्षा मंत्रालय के अनुसर आर्एएनएस पी उपाध्याय ने केएससी अय्यर से की एक दिन पहले हुई सेवानिवृत्ति के बाद नौसेना आयुध महानिदेशक (डीजीओएनए) के रूप में पदभार ग्रहण किया है। उपाध्याय भारतीय नौसेना आयुध सेवा के 1987 बैच के हैं। वह 12 जुलाई, 1989 को भारतीय नौसेना के नौसेना आयुध संगठन में शामिल हुए। वह एसजीएसआईटीएस, इंदौर से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। उन्होंने 1988 में ‘डिजिटल टेकनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन’ में विशेषज्ञता के साथ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में देवी अहिल्या विश्वविद्यलाय से स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की और 1995 में ‘गाइडेड मिसाइल’ में विशेषज्ञता के साथ पुणे विश्वविद्यालय से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। 34 वर्षों की अवधि में उन्होंने एनएडी (विशाखापत्तनम), एनएडी (करंजा), एनएडी (ट्रांबे), एनएडी (अल्वे) और आईएचक्यू रक्षा मंत्रालय (एन) में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वह एनडीसी-53 के नौसेना के नेशनल डिफेंस कॉलेज के पूर्व छात्र हैं। ऑफिसर युद्ध सामग्री के निपटान पर व्यापक ज्ञान के अतिरिक्त मिसाइल और टॉरपीडो रखरखाव में माहिर है।