LP Live, New Delhi: भारतीय सीमाओं पर हथियारों और नशीले पदार्थो की तस्करी को रोकने के लिए सुरक्षाबल लगातार निगरानी कर रहे हैं। बांग्लादेश की सीमा पर असम में सुरक्षा बलों ने एक तस्कर को पकड़ा, जिसके कब्जे से 1.70 करोड़ रुपये की ड्रग्स में प्रतिबंधित याबा टैबलेट बरामद की है।
बीएसएफ के प्रवक्ता के मुताबिक एक खुफिया सूचना के बाद बीएसएफ की फील्ड इंटेलिजेंस यूनिट और करीमगंज कस्टम विभाग के एक संयुक्त ऑपेरशन के दौरान बीती रात एक सीमावर्ती असम के सिलचर सेक्टर में कटिगोराह-कलेन रोड पर हिलारा रेलवे क्रॉसिंग के एक मारुति कार को रोका। इस अल्टो कार की तलाशी के दौरान उसमें दवाईयों के बड़ी संख्या में पैकेट रखे हुए मिले, जो छिपाकर रखे गये थे। सुरक्षा बलों की छानबीन से पता चला कि करीब 90 पैकेटों में याबा नाम की 17 हजार टैबलेट हैं, जो प्रतिबंधित है और ड्रग्स के रूप में इनका इस्तेमाल किया जाता है। बीएसएफ द्वारा जब्त की गई इन इन प्रतिबंधित याबा टैबलेट की कीमत 1.70 करोड़ रुपये बताई जा रही है। बीएसएफ के अनुसार सुरक्षा बलों ने कानूनी कार्रवाई के बाद जब्त की गई कार और मोबाइल फोन तथा याबा टैबलेट की इतनी बड़ी खेप के साथ पकड़े गये तस्कर को करीमगंज सीमा शुल्क विभाग को सौंप दिया गया है। इस ड्रग्स की खेप को तस्करी के तहत असम में लाया गया था।
नशे के लिए होती इस्तेमाल
बताया गया है कि याबा टैबलेट नामक दवा का इस्तेमाल मादक पदार्थों के रूप में होता है और यह गुलाबी मेथेम्फेटामाइन-कैफीन गोली होती है, जिसका स्वाद मीठा होता है। इसे तस्करी करके थाईलैंड, म्यांमार से बांग्लादेश और अन्य देशों से सीमाओं को लांघकर भारत के तस्करों तक पहुंचाया जाता है। गौरतलब है कि नशा करने वाले लोग इसका इसका इस्तेमाल जहां नशे के लिए करते हैं, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में यह दवा घोड़ों को चढ़ाई में सक्षम बनाने के लिए दी जाती है।
पहले भी जब्त हुई थी तीस हजार टैबलेट
इससे पहले सात दिसंबर को असम के कार्बी आंगलोंग जिले में दो ट्रकों से करीब सात करोड़ रुपए मूल्य की नशीली दवाओं के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। असम-नागालैंड सीमा के पास खटखाटी क्षेत्र में दो ट्रकों की जांच में एक ट्रक से 30,000 याबा टैबलेट और दूसरे ट्रक से 55 साबुन की पेटियों में पैक 757.15 ग्राम हेरोइन मिली थी। मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।