

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के पैनल में होंगे शामिल
LP Live, New Delhi: भारत निर्वाचन आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त को दोनों चुनाव आयुक्त मिल गये हैं। गुरुवार को पीएम मोदी के नेतृत्व में चयन समिति ने केरल के ज्ञानेश कुमार और पंजाब के सुखबीर सिंह संधू को चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए चयनित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति में इन दोनों नामों को चुनाव आयुक्त बनाने के लिए तय किया। हालांकि समिति में शामिल कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने इन दोनों नामों के चयन पर असहमति जताई है, लेकिन बहुमत के साथ समिति ने पूर्व आईएएस ज्ञानेश कुमार व सुखबीर सिंह के नामों पर मुहर लगा दी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के अचानक इस्तीफ़े के बाद चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्तों के दोनों पद खाली हो गये थे, इससे पहले एक अन्य चुनाव आयुक्त अनूप पांडे 15 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए थे। इस कारण आयोग में केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही रह गये थे। इस कारण लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम तय करने में भी देरी हो रही है।

चौधरी को चयन प्रक्रिया पर आपत्ति
चुनाव आयुक्तों की चयन समिति में विपक्ष के एकमात्र सदस्य कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कथित तौर पर गुरुवार की नियुक्तियों पर अपनी असहमति व्यक्त की है। उन्होंने पालन की गई प्रक्रिया पर सवाल उठाया और कहा है शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के नाम उन्हें पहले से उपलब्ध नहीं कराए गए थे और उन्हें बुधवार को केवल 212 अधिकारियों की सूची दी गई थी।
दरअसल मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) अधिनियम-2023 की शर्तों के तहत सरकार के प्रभुत्व वाली चयन समिति को केंद्रीय कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली एक खोज समिति द्वारा चुने गए उम्मीदवारों से आयोग में रिक्त स्थान भरने होते हैं। इस अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है, क्योंकि इसने शीर्ष अदालत के पिछले साल के उस फैसले का उल्लंघन किया है, जिसमें कहा गया था कि आयोग के सदस्यों का चयन एक ऐसी समिति द्वारा किया जाए, जिसमें सरकार का प्रभुत्व न हो, जिससे ईसीआई की स्वतंत्रता सुनिश्चित की जा सके।
