देश में 25 हजार अमृत सरोवर का निर्माण कार्य पूरा
अमृत सरोवर मिशन के तहत 52,245 सरोवर बनाने का लक्ष्य
LP Live, New DElhi: देश में शुरू किये गये अमृत सरोवर मिशन के पहले 6 महीने के भीतर ही 25,000 से अधिक अमृत सरोवर का निर्माण पूरा कर लिया गया है। केंद्र सरकार का अगले साल 15 अगस्त तक 50 हजार अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार जल संरक्षण एवं जल संचय के उद्देश्य से और देश के ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट दूर करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर आजादी के 75वें साल में आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने के संकल्प के साथ मिशन अमृत सरोवर गत 24 अप्रैल 2022 को शुरु किया गया। देशभर में अमृत सरोवरों के निर्माण के लिए करीब 90,531 स्थलों की पहचान की गई है, जिनमें से 52,245 स्थलों पर काम शुरू कर दिया गया है। इस मिशन अमृत सरोवर में होने वाली सभी गतिविधियों को पकड़ने के लिए एक अमृत सरोवर पोर्टल बनाया गया है।
जनभागीदारी के साथ चलाया मिशन
इस मिशन में भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ जल शक्ति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा तकनीकी सहयोग के लिए भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान मिलकर काम कर रहे हैं। ‘जनभागीदारी’ मिशन अमृत सरोवर के केन्द्र में स्थित है, इसलिए इसमें सभी स्तरों पर लोगों की भागीदारी को शामिल किया गया है। मिशन की शुरुआत से ही अमृत सरोवरों के निर्माण की आधारशिला का नेतृत्व स्वतंत्रता सेनानी एवं इनके परिवारजन, शहीदों के परिवारजन, पद्म पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति अथवा ग्राम पंचायत के सबसे वृद्ध व्यक्ति के हाथों में दिया गया है।
पर्यावरण संरक्षण भी मकसद
अमृत सरोवर के निकट पर्यावरण को संजीवनी देने वाले दीर्घायु और छायादार पेड़ जैसे नीम, पीपल, बरगद इत्यादि का भी रोपण जनभागीदारी के जरिये किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि बहुउद्देश्यीय स्वरुप में बन रहे अमृत सरोवरों के निर्माण से ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। ग्रामीण, सरोवर में मछली पालन, मखाने की खेती एवं पर्याप्त सिंचाई व्यवस्था होने से खाद्यान का अधिक उत्पादन करके खुद को समृद्ध बना सकेंगे।