पहले चरण में सोहना से दौसा तक चालू हुआ 228 किमी मार्ग
LP Live, New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1385 किमी लंबे बनने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण के दिल्ली से दौसा तक 247 किमी लंबे एक्सप्रेस वे का लोकार्पण कर उसे जनता को समर्पित किया है। पहले चरण में हरियाणा के सोहना से दौसा जिले के बडक़ा पाड़ा तक 228 किलोमीटर का मार्ग चालू हो गया है। वहीं प्रधानमंत्री यहां 5940 करोड़ की लागत वाली 246 किलोमीटर लंबे अलग-अलग राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला भी रखी, इसमें एक्सप्रेस-वे को जयपुर से जोडऩे वाला लिंक एक्सप्रेस भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार दोपहर बाद देश की जनता को एक्सप्रेस वे के पहले चरण को समर्पित किया है। पहले चरण में हरियाणा के सोहना से दौसा जिले के बडक़ा पाड़ा तक 228 किलोमीटर का मार्ग चालू हो गया है। दिल्ली से
दौसा तक 12,150 करोड़ की लागत से बने 247 किमी लंबे एक्सप्रेस वे का लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक्सप्रेस वे का अवलोकन भी किया। एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के बाद ही अब जयपुर से दिल्ली का सफर अब 3 घंटे का रह जाएगा और दौसा से दिल्ली का सफर महज 2 घंटे के आस पास ही रहने वाला है। इस हाईवे पर गाडिय़ां 120 किमी की रफ्तार से दौड़ सकेंगी।
विकसित भारत की तस्वीर
इस मौके पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह विकसित होते भारत की भव्य तस्वीर है। जब ऐसी आधुनिक सडक़ें बनती हैं तो देश की प्रगति को गति मिलती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 9 साल से इस पर भारी भरकम खर्च कर रही है। इस साल के बजट में हमने 10 लाख करोड़ की व्यवस्था सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए की है। यह 2014 की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। इससे राजस्थान को बहुत बड़ा लाभ होने वाला है। आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण का एक और पक्ष है। जब यह तैयार हो जाता है तो कि
सान, स्टूडेंट, व्यापारी सभी को अनेक सुविधाएं मिलती हैं। जैसे दिल्ली-दौसा-लालसोट के बीच इस हाईवे से जयपुर से दिल्ली जाने का टाइम आधा हो जाएगा। गौरतलब है कि दिल्ली से मुंबई तक एक्सप्रेस-वे की लंबाई 1385 किमी है। पहले चरण के एक्सप्रेस-वे की लंबाई 247 किमी है। इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साफा पहनाकर स्वागत किया, जहां केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व अर्जुन मेघवाल भी मौजूद थे। स्मृति चिन्ह के रूप में उन्हें चित्तौडग़ढ़ का विजय स्तंभ का प्रतीक भेंट किया गया है। विजय स्तंभ को मेवाड़ के महाराणा कुंभा ने अलाउद्दीन खिलजी को हराने के बाद बनाया गया था।
दिल्ली से मुंबई तक कम हुई 275 किमी की दूरी
लोकार्पण कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सैटेलाइट का उपयोग करके हाईवे का अलाइनमेंट ठीक किया गया, इस तकनीक की मदद लेने से दिल्ली से मुंबई के बीच 275 किमी की दूरी कम की गई है। उन्होंने कहा कि हम 2024 का साल खत्म होने से पहले भारत का सडक़ इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर कर देंगे। गडकरी ने कहा कि जयपुर-दिल्ली के बीच इलेक्ट्रिक केबल भी डाली जाएगी, ताकि इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रक और बसें भी चल सके। इसके लिए वैज्ञानिकों की मदद भी ली जा रही है।
इनका किया शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 लेन वाले 67 किमी के बांदीकुई-जयपुर लिंक रोड, 6 लेन वाले 86 किमी के कोटपूतली-अलवर-दिल्ली मुंबई इंटरचेंज नेशनल एक्सप्रेस परियोजना का शिलान्यास भी किया।
वीडियो कांफ्रेंस से जुडे गहलोत व खट्टर
इस एक्सप्रेस वे के उद्घाटन समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े रहे। हरियाणा में इस एक्सप्रेस-वे का 129 किमी का हिस्सा है। वहीं राजस्थान में एक्सप्रेस-वे 373 किमी लंबा है।