डा. चन्द्र त्रिखा ने किया दो पुस्तकों का लोकार्पण
संतराम देशवाल ने ‘कंक्रीट के जंगल में’ एवं राजकला देशवाल ने लिखी ‘लाड कोथली’
LP Live, Chandigarh:हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ.चन्द्र त्रिखा ने पंचकूला में साहित्यकार डॉ. सन्तराम देशवाल की हरियाणवी नवगीत की पुस्तक ‘कंक्रीट के जंगल में’ तथा लेखिका व कवयित्री डॉ.राजकला देशवाल के हरियाणवी काव्य-संग्रह ‘लाड कोथली’ का लोकार्पण किया।
डाक्टर चंद्र त्रिखा ने इस अवसर पर कहा कि साहित्य समाज का आईना है और समाज का मार्गदर्शन भी करता है। डा.सन्तराम देशवाल और डा.राजकला देशवाल को बधाई देते हुए डा. त्रिखा ने कहा कि इन दोनों रचनाकारों ने जहां हिन्दी की विभिन्न विधाओं में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज की है, वहीं हरियाणवी भाषा के लेखन की विविध विधाओं के सृजन में उल्लेखनीय कार्य किया है।
इस मौके पर हरियाणा साहित्य अकादमी में भाषा सम्पादक डा. विजेन्द्र कुमार ने कहा कि आज का समाज विडम्बनाओं और विसंगतियों से जूझ रहा है,जिसे इन दोनों साहित्यकारों ने बड़ी शिद्दत से उकेरा है। हरियाणा के साहित्यिक परिदृश्य में यह एक सकारात्मक पहलू है।